बीसीसीएल में प्रथम तिमाही आंतरिक अंकेक्षकों की बैठक का आयोजन

निदेशक (वित्त)  आर. के. सहाय की अध्यक्षता में हुई विस्तृत समीक्षा, उत्कृष्ट कार्य करने वाले आतंरिक लेखा अंकेक्षकों को किया गया सम्मानित।

धनबाद। भारत कोकिंग कोल लिमिटेड में वित्तीय वर्ष 2025-26 के प्रथम तिमाही (समाप्ति 30 जून 2025) की आंतरिक अंकेक्षण रिपोर्ट एवं उसकी अनुपालना पर विचारार्थ त्रैमासिक बैठक का आयोजन आज कोयला भवन मुख्यालय में हुआ। निदेशक (वित्त)  राकेश कुमार सहाय की अध्यक्षता में आयोजित यह बैठक उनकी अंतिम त्रैमासिक बैठक थी, क्योंकि वे इस माह की 31 तारीख को सेवा निवृत्त हो रहे हैं।

अवसर पर  बी. के. परुई, कंपनी सचिव, राजेश सिन्हा, विभागाध्यक्ष (लागत एवं बजट), श्रीमती श्वेता सिंह, विभागाध्यक्ष (आंतरिक अंकेक्षण) सहित मुख्यालय वित्त विभाग के सभी विभागाध्यक्ष, मुख्यालय के लीड ऑडिटर, आंतरिक अंकेक्षण फर्म के नामित साझेदार एवं टीम लीडर, क्षेत्रीय एएफएम तथा सभी क्षेत्रीय आंतरिक अंकेक्षक उपस्थित रहें।

अपने संबोधन में निदेशक (वित्त)  आर.के. सहाय ने कहा कि बीसीसीएल जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की महत्त्वपूर्ण कंपनी के लिए आंतरिक लेखा परीक्षा मात्र औपचारिकता नहीं है, बल्कि सुशासन की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया कंपनी की वित्तीय अनुशासन, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को सुनिश्चित करने के साथ-साथ संसाधनों के सर्वोत्तम उपयोग में भी सहायक होती है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सेवा निवृत्ति से पूर्व इस अंतिम बैठक का अनुभव उनके लिए भावनात्मक रूप से विशेष है और वे आशा करते हैं कि बीसीसीएल आने वाले समय में और भी सुदृढ़ वित्तीय प्रबंधन का उदाहरण प्रस्तुत करेगा। उन्होंनें संस्थान में बिताये अपने लगभग तीस वर्ष के लंबे कार्यकाल को अपने जीवन का सबसे अमूल्य क्षण बताया।

कंपनी सेक्रेटरी  बी.के. परुई ने अपने संबोधन में कहा कि श्री सहाय के नेतृत्व में वित्तीय प्रबंधन ने न केवल अनुशासन और पारदर्शिता को नए आयाम दिए हैं, बल्कि संगठन के सुचारु संचालन में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि श्री सहाय के कार्यकाल में ही कंपनी ने अपना पहले लाभांश प्रदान करने के साथ कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की। उन्होंनें कहा कि निदेशक (वित्त) का अनुभव, दृष्टिकोण और मार्गदर्शन बीसीसीएल के लिए अमूल्य रहा है और उनका योगदान आने वाले वर्षों तक संगठन को प्रेरित करता रहेगा।

बैठक में प्रथम तिमाही की आंतरिक अंकेक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने के साथ उसकी विस्तृत समीक्षा की गई। उपस्थित अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने रिपोर्ट पर चर्चा की और अनुपालना की स्थिति की समीक्षा करते हुए आगे की कार्ययोजना पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान निदेशक (वित्त) ने व्यापक एवं प्रभावी लेखा अंकेक्षण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सुझाव तथा मार्गदर्शन प्रदान किया। उत्कृष्ट कार्य के लिए बस्ताकोला क्षेत्र एवं वॉशरी डिवीजन के आंतरिक लेखा परीक्षकों को निदेशक (वित्त) द्वारा सम्मानित किया गया। बैठक के समापन के उपरांत निदेशक (वित्त)  आर. के. सहाय को उनके आगामी 31 अगस्त को सेवानिवृत्ति के अवसर पर सेवानिवृत्ति सम्मान सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें  बी. के. परुई, राजेश सिन्हा, श्रीमती श्वेता सिंह तथा लीड ऑडिटर ने श्री सहाय को स्मृति-चिह्न, अंग-वस्त्र एवं पौधा देकर सम्मानित किया। इस दौरान अधिकारियों ने अपने विचार भी व्यक्त किये तथा उन्होंनें  सहाय के संगठन में दिए गए योगदान की सराहना करते हुए उन्हें एक दूरदर्शी वित्तीय प्रशासक, अनुशासनप्रिय अधिकारी तथा प्रेरणादायी मार्गदर्शक बताया। सभी ने उनके स्वस्थ एवं सुखद जीवन की कामना की और यह संकल्प दोहराया कि बीसीसीएल पारदर्शी और अनुशासित वित्तीय प्रबंधन की दिशा में निरंतर आगे बढ़ता रहेगा। धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती श्वेता सिंह, विभागाध्यक्ष (आंतरिक अंकेक्षण) ने किया।   

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