हिंदी भाषा देश की अखंडता में अपनी सार्थक भूमिका निभाती है – जे. पी. द्विवेदी

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (का.-2) की छमाही समीक्षा बैठक और पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न

उत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन के लिए प्रथम पुरस्कार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन तथा द्वितीय पुरस्कार वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड को दिया गया

नागपुर । नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), नागपुर (कार्यालय-2) की छमाही समीक्षा बैठक एवं पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।  बैठक की अध्यक्षता  जे. पी. द्विवेदी, अध्यक्ष, नराकास (का.-2) एवं सीएमडी, वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने की। बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. हेमंत शरद पांडे, निदेशक (मानव संसाधन), वेकोलि,  अनिल कुमार, डीआईजी, केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल तथा  ओंकार मोघे, रक्षा लेखा संयुक्त नियंत्रक (वायुसेना) उपस्थित रहे। 

बैठक को संबोधित करते हुए नराकास (का.-2) के अध्यक्ष एवं सीएमडी डब्ल्यूसीएल जे. पी. द्विवेदी ने कहा कि हिंदी भाषा देश की अखंडता में अपनी सार्थक भूमिका निभाती है। उन्होंने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार को आवश्यक बताते हुए सभी सदस्य कार्यालयों को अधिक-से-अधिक कार्य राजभाषा हिन्दी में करने और गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग के दिशानिर्देशों का अनुपालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस दिशा में सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापक इस्तेमाल पर बल दिया। 

इस अवसर पर डॉ. हेमंत शरद पांडे, निदेशक (मानव संसाधन), वेकोलि ने अपने उद्बोधन में राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सभी विजेता कार्यालयों को बधाई दी साथ ही नराकास-2 की गतिविधियों की सराहना की। कार्यक्रम में अनिल कुमार, डीआईजी, केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल तथा  ओंकार मोघे, रक्षा लेखा संयुक्त नियंत्रक (वायुसेना) ने भी अपने विचार रखे। नराकास के कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट तथा विश्लेषण  पी. नरेन्द्र कुमार, महाप्रबंधक (औद्योगिक संबंध) ने प्रस्तुत की। 

बैठक में जुलाई से दिसंबर 2024  के दौरान धारा 3(3) का अनुपालन, हिंदी पत्राचार, हिंदी कार्यशाला आयोजन आदि की समीक्षा की गई। इसी अंतराल में आयोजित नराकास-2 की प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा राजभाषा के उत्कृष्ट कार्यान्वयन के लिए सदस्य कार्यालयों को पुरस्कृत किया गया। उत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन के लिए प्रथम पुरस्कार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन तथा द्वितीय पुरस्कार वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड को दिया गया। इस अवसर पर सदस्य कार्यालयों की गृह-पत्रिकाओं को भी सम्मानित किया गया।

बैठक में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार संबंधी कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई एवं आम सहमति बनी। इस अवसर पर सदस्य कार्यालयों के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे।  बैठक में नराकास (का.-2) के सदस्य कार्यालयों / विभागों के प्रमुख सहित सदस्य कार्यालयों के राजभाषा अधिकारी, अनुवाद अधिकारी एवं पुरस्कार विजेता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन औद्योगिक संबंध विभाग की श्रीमती पूजा मडावी एवं राजभाषा विभाग के  दीपक सिंह चौहान ने तथा धन्यवाद ज्ञापन सचिव, नराकास अतूल बनसोड ने किया। 

ज्ञात हो कि नराकास नागपुर (का.-2) के अंतर्गत नागपुर के केन्द्रीय सरकार के कार्यालय एवं उपक्रम आते हैं। नराकास इन कार्यालयों के हिंदी राजभाषा के प्रयोग की समीक्षा करता है साथ ही हिंदी भाषा के व्यापक इस्तेमाल हेतु आवश्यक सहायता भी प्रदान करता है। नराकास, हिंदी भाषा के प्रचार एवं प्रसार के लिए नागपुर नगर में निरंतर क्रियाशील रहता है।

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