सोनभद्र के अँधियारे में जली उम्मीद की मशाल : अवादा फाउंडेशन ने चिचलिक गाँव को सौंपा शिक्षा एवं आत्मनिर्भरता का केंद्र

 सोनभद्र, / अवादा फाउंडेशन ने आज सोनभद्र के आदिवासी बाहुल्य गाँव चिचलिक में अपने नए अवादा कम्युनिटी डेवलपमेंट सेंटर का सफलता पूर्वक उद्घाटन किया। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के बच्चों और महिलाओं को शैक्षिक और व्यावसायिक अवसर प्रदान कर उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाना है। आज इस कम्युनिटी डेवलपमेंट का उदघाटन अवादा ग्रुप के जनरल मैनेजर आर के अग्रवाल जी, चिचलिक के ग्राम प्रधान राजकुमार जी व गांव के सम्मानित गणमान्य सहित स्कूल के 200 से अधिक बच्चे उपस्थित रहे।

अवादा फाउंडेशन विगत एक वर्ष से सोनभद्र के आदिवासी गाँवों के सतत उत्थान के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है। इस दौरान फाउंडेशन द्वारा क्षेत्र में कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं, जिनमें 50 मेधावी छात्रों को टैबलेट वितरण और 150 जरूरतमंद छात्रों को साइकिल वितरण जैसी कई योजनाएं शामिल हैं, ताकि उनकी शिक्षा में कोई बाधा न आए। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अब इस सामुदायिक केंद्र की स्थापना की गई है। यह केंद्र स्थानीय समुदाय की जरूरतों को ध्यान में रखकर स्थापित किया गया है। इसमें कुल चार कमरे हैं जिनका उपयोग विभिन्न प्रशिक्षण और शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए किया जाएगा। केंद्र की प्रमुख विशेषताओं में शामिल हैं:

कंप्यूटर प्रशिक्षण: चार कमरों में विशेष रूप से बच्चों के लिए ‘कंप्यूटर ट्रेनिंग ‘ की व्यवस्था की गई है, जहाँ उन्हें आधुनिक तकनीक और डिजिटल साक्साक्षरता का ज्ञान दिया जाएगा।

सिलाई प्रशिक्षण: इन्हीं कमरों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सिलाई प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें आय का एक नया स्रोत मिल सके।

शैक्षिक कक्षाएं: तीन अतिरिक्त कमरों में सभी बच्चों के लिए कई बैच में नियमित पढ़ाई की व्यवस्था की गई है, ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और वे अपनी स्कूली पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इस अवसर पर अवादा फाउंडेशन की डायरेक्टर ऋतु पटवारी ने कहा, “हमारा लक्ष्य  सोनभद्र जैसे आदिवासी इलाके के प्रत्येक व्यक्ति का विकास और उसे समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है । हम पिछले एक साल से यह प्रयास कर रहे हैं और हमें इसमें सफलता भी मिल रही है। यह केंद्र इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।हमें विश्वास है कि इस केंद्र के माध्यम से यहाँ के युवाओं का भविष्य सँवरेगा और वे आत्मनिर्भर बनेंगे।” यह केंद्र न केवल बच्चों को शैक्षिक रूप से मजबूत करेगा, बल्कि महिलाओं को व्यावसायिक कौशल प्रदान कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अवादा फाउंडेशन क्षेत्र में इस तरह की और भी पहल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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