भगवान बिरसा मुंडा की संदेश यात्रा का दुद्धी में स्वागत,गोष्ठी का आयोजन

दुद्धी, सोनभद्र। देश की स्वतंत्रता संग्राम के श्रेष्ठतम नायकों में विशेष स्थान रखने वाले झारखंड प्रांत के उलिहातू में जन्मे भगवान बिरसा मुंडा के 150वीं जयंती अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में उनकी संदेश यात्रा रथ जन्म स्थान से झारखंड के विभिन्न जिलों से होते हुए बुधवार को विंढमगंज एवं महुली होते कस्बे के संकट मोचन मंदिर पहुंची जहां भाजपाइयों सहित एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर जोरदार स्वागत किया। इसके उपरांत संदेश यात्रा कस्बे के विभिन्न मार्गों से होते हुए भाऊ राव देवरस महाविद्यालय परिसर पहुंची जहां गोष्ठी का आयोजन किया गया।
   कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवीबीपी के राष्ट्रीय जनजाति कार्य सह संयोजक निलेश सोलंकी विशिष्ट अतिथि प्रदेश कार्य समिति सदस्य विनय ,नगर पंचायत अध्यक्ष कमलेश मोहन एवं वरिष्ठ भाजपा नेता श्रवण गौड़ ने संयुक्तरूप से माता सरस्वती, भगवान बिरसा मुंडा एवं स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर द्वीप प्रज्वलित किया और गोष्ठी का शुभारंभ किय। अंगवस्त्र एवं तीर धनुष भेट कर अतिथियों का स्वागत भी किया गया। छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में जनजाति समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने इसे छुपाए रखा।
   वर्तमान समय में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री द्वारा देश के सभी महापुरुषों को याद कर उनकी गाथा को जन जन तक पहुंचाया जा रहा है। झारखण्ड के खूंटी के उलिहातू में  15 नवम्बर 1875 को जन्मे भगवान बिरसा मुंडा का देश की स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई उन्होंने अंग्रेजों एवं उनके प्रशासन द्वारा जनजातियों पर हो रहे अत्याचारों एवं ईसाई मिशनरी स्कूलों में जनजातियों छात्रों को उनकी धार्मिक परम्पराओं से दूर कर ईसाई मत में मतांतरित करने के षड्यंत्र का उन्हें 15 वर्ष की उम्र में ही अनुभव होने लगा।
   उन्होंने समाज जागरण के द्वारा अपनी धार्मिक अस्मिता और परम्पराओं की रक्षा के लिए संघर्ष प्रारंभ किया। 25 वर्ष की उम्र में वे युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए और अनेक आंदोलन किए उनकी 150वीं जयंती के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की संदेश यात्रा उनके जन्मस्थली से 15 नवंबर को शुरू हुई है जो झारखंड एवं उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिले से होते हुए  27 नवंबर को उत्तराखंड के देहरादून में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 71 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में सम्मिलित होगी। इस दौरान प्राचार्य डॉ राम सेवक सिंह यादव, शुभम तिवारी, विवेक कुमार, आनंद कुमार दीपक शाह, अमन कुमार राजन सोनी, नित्यानंद, रिंकी जायसवाल, अमर नाथ जायसवाल सहित काफी संख्या में छात्र छात्राएं एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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