हमें न केवल अपनी मातृभाषा बल्कि राजभाषा हिंदी के प्रयोग और प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना चाहिए – रविंद्र कुमार सिंह

एनटीपीसी रामागुंडम राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु निरंतर प्रतिबद्ध – विजय कुमार सिकदर

हिंदी अनुवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन – राजभाषा प्रचार की दिशा में उल्लेखनीय पहल , उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 15 प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया गया

करीमनगर। नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), रामागुंडम के तत्वावधान में भारतीय स्टेट बैंक, क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय, गोदावरीखानी द्वारा नराकास सदस्य कार्यालयों के बीच हिंदी अनुवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में लगभग 50 प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 15 प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक  रविंद्र कुमार सिंह ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमें न केवल अपनी मातृभाषा बल्कि राजभाषा हिंदी के प्रयोग और प्रचार-प्रसार को भी बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी की सराहना करते हुए इसे भाषा प्रेम का प्रतीक बताया। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन)  विजय कुमार सिकदर ने कहा कि एनटीपीसी राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु निरंतर प्रतिबद्ध है। उन्होंने नराकास के माध्यम से हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना करते हुए भारतीय स्टेट बैंक द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को प्रशंसनीय बताया। 

इस अवसर पर नराकास के सदस्य सचिव एवं एनटीपीसी के वरिष्ठ प्रबंधक (राजभाषा)  आदेश कुमार पांडे ने राजभाषा नियमों की जानकारी देते हुए कहा कि हिंदी में कार्य करना हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है, जिसे हम सभी को निभाना चाहिए। 

कार्यक्रम का संचालन सुश्री फाल्गुनी बनर्जी, वरिष्ठ प्रबंधक (भारतीय स्टेट बैंक) द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन श्री बी. महावीर, वरिष्ठ सहयोगी द्वारा प्रस्तुत किया गया।  प्रतियोगिता में मंथनी सतीश, संध्या मद्री, गंगामणि चिप्पीशेट्टी, अरुणा सुधा, बी. महावीर, यश राजेन्द्र, राम श्रीकर, बी. श्रवण कुमार, के. अभिलाष, अहमद शरीफ़ मोहम्मद, पी. वेंकटेश्वर, के. सतीश कुमार, च. शिव सतीश कुमार तथा के. रविन्द्र ने भाग लिया और पुरस्कार प्राप्त किया। 

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