एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़, इसकी प्रगति के बिना देश का विकास संभव नहीं – सीएमडी समीरन दत्ता

एमएसएमई दिवस पर बीसीसीएल ने किया विशेष वेंडर विकास कार्यक्रम का आयोजन 

धनबाद। अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के अवसर पर भारत कोकिंग कोल लिमिटेड ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति उद्यमियों के स्वामित्व वाले एमएसई के लिए कोयलानगर स्थित जुबली हॉल में एक विशेष विक्रेता विकास कार्यक्रम (वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम) का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आरक्षित वर्ग के स्वामित्व वाले सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों (एमएसई) को बीसीसीएल की खरीद प्रणाली में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएमडी  समीरन दत्ता ने की, जिनके साथ मंच पर निदेशक (तकनीकी)  संजय कुमार सिंह, राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) की सहयोगी संस्था एनएसएसएचओ, रांची की वरिष्ठ शाखा प्रबंधक श्रीमती किरण मारिया तिरु, भारतीय स्टेट बैंक, धनबाद के सहायक महाप्रबंधक  कन्हैया कुमार भूषण तथा महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन, बीसीसीएल)/विभागाध्यक्ष (क्रय)  पार्थासिस राम अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। अवसर पर बीसीसीएल के विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, एनएसएसएचओ रांची एवं भारतीय स्टेट बैंक के प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में आमंत्रित उद्यमी भी मौजूद रहे।

मुख्य अतिथि समीरन दत्ता ने अपने संबोधन में कहा कि एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और इसकी प्रगति के बिना देश का विकास संभव नहीं। उन्होंनें कहा कि बीसीसीएल जैसे सार्वजनिक उपक्रमों का दायित्व है कि वह अपने प्रयासों में सामाजिक समावेशन को बढ़ावा दें। उन्होंने वेंडर विकास कार्यक्रम को न केवल व्यापारिक सहभागिता का, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण का भी माध्यम बताया।

निदेशक (तकनीकी)  संजय कुमार सिंह ने कहा कि गुणवत्ता, समयबद्ध आपूर्ति और प्रतिस्पर्धी सोच के साथ एमएसई उद्यमी बड़ी संस्थाओं की आपूर्ति श्रृंखला में अपनी मजबूत भागीदारी बना सकते हैं। उन्होंनें एमएसएमई के विकास को भारत की प्रगति का आधार बताया और उसके निरंतर उन्नयन की आवश्यकता पर बल दिया। 

एनएसएसएचओ की शाखा प्रबंधक श्रीमती किरण मारिया तिरु ने उद्यमिता कौशल, वित्तीय योजनाओं और विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने सिंगल पॉइंट रजिस्ट्रेशन स्कीम और बैंक ऋण प्रोसेसिंग रिइम्बर्समेंट स्कीम जैसी योजनाओं का उल्लेख किया। एसबीआई के एजीएम श्री कन्हैया कुमार भूषण ने क्रेडिट लिंकेज, एमएसई ऋण, मुद्रा योजना आदि के बारे में जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार बैंकिंग प्रणाली एमएसई क्षेत्र को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है।

कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के औपचारिक स्वागत और दीप प्रज्वलन से हुई। महाप्रबंधक (एमएम) श्री पार्थासिस राम ने स्वागत भाषण में बीसीसीएल की खरीद नीति, GeM पोर्टल पर आधारित पारदर्शी प्रक्रिया तथा सार्वजनिक खरीद नीति 2012 में एमएसई को मिलने वाले लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने एससी/एसटी उद्यमियों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित प्रावधानों की जानकारी दी और बताया कि बीसीसीएल नियमित रूप से एमएसई आरक्षित वस्तुओं की खरीद करता है।

कार्यक्रम में बीसीसीएल, एनएसएसएचओ रांची और एसबीआई धनबाद द्वारा प्रस्तुतीकरण दिए गए। इनमें ‘जेम पोर्टल पर निविदा प्रक्रिया, एमएसई नीतियों, त्रुटियों से बचाव, पीपीपी लाभ, TReDS प्लेटफ़ॉर्म, एमएसएमई-संबंध, समाधान पोर्टल, और ‘मेक इन इंडिया’ जैसे विषयों को शामिल किया गया। बीसीसीएल द्वारा क्रय की जा रही एमएसई आरक्षित वस्तुओं की सूची और पिछले तीन वर्षों की खरीद विवरणी भी साझा की गई। कार्यशाला के अंत में आयोजित ओपन डिस्कशन (खुला संवाद) सत्र में उपस्थित उद्यमियों की जिज्ञासाओं का अधिकारियों ने समाधान किया। कार्यक्रम का समापन श्री आनंद कुमार, महाप्रबंधक (एमएम) द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ

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