वाराणसी निर्माणाधीन क्रिकेट स्टेडियम के पास धरनारत किसानों ने सिस्टम का किया श्राद्ध

भूमि अधिग्रहण से त्रस्त धरने के दसवें दिन किसानों ने किया अनोखा विरोध

वाराणसी: पूर्वांचल किसान यूनियन के बैनर तले हरहुआ- राजातालाब रिंग रोड वांया गंजारी गाँव में निर्माणाधीन अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास एक बाग में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसानों का समर्थन अपना दल कमेरावादी, कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी सहित विभिन्न संगठनों ने किया है। यह धरना, वीडीए (वाराणसी विकास प्राधिकरण) और पीडब्ल्यूडी द्वारा यहाँ के कई गांवों की जमीन को अर्बन टाउनशिप (स्पोर्ट्स सिटी) व फोरलेन सड़क चौड़ीकरण के नाम पर अधिग्रहण के विरोध में किया जा रहा है धरने के दसवें दिन ज़िम्मेदारानो के रवैये से त्रस्त किसानों ने सोमवार को अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने धरना स्थल पर ही ‘सिस्टम का श्राद्ध’ कर डाला.

धरने के दसवें दिन प्रदर्शनकारियों ने बाकायदा पंडित बुलाकर ‘सिस्टम का श्राद्ध’ कराया. पंडित ने पूरे विधि-विधान से मंत्रों का उच्चारण करते हुए कर्मकांड किया.

इस दौरान धरने का नेतृत्व कर रहे प्रदर्शनकारी पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि योगीराज सिंह पटेल ने बताया कि यहाँ निर्माणाधीन स्टेडियम के पास यहां के किसानों की पहले रिंगरोड, स्टेडियम के नाम पर ज़मीन का अधिग्रहण किया गया है अब स्पोर्ट्स सिटी, अर्बन टाउनशिप और सड़क चौड़ीकरण के लिए शेष बची भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है ऐसे में यहां के किसान भूमिहीन और बेघर हो जाएँगे जिसके विरोध में अनिश्चितकालीन धरना दसवें दिन भी जारी रहा के बावजूद ज़िम्मेदारों ने कोई ठोस आश्वासन नही मिलने से हमें उनका श्राद्ध करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अब शायद वीडीए, पीडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन कुछ पहल करे अन्यथा आंदोलन व्यापक रूप लेगा.

धरने का संचालक कर रहे पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार गुप्ता ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानियों के गांव गंजारी के साथ ही आस-पास के कई गांव लगातार भूमि अधिग्रहण के चलते बदहाल हो चुके हैं, या यूं कहें कि प्रभावित गांव उजाड़ा जा रहा है. इससे गांव के लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है. दस दिनों से प्रदर्शन के बाद भी ज़िम्मेदारों ने कोई माकूल जवाब नहीं दिया.

*‘सिस्टम का श्राद्ध करके उन्हें मुक्त कर दिया’*

वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी यूनियन के महासचिव विरेंद्र यादव ने कहा कि हमने आज सिस्टम का श्राद्ध करके उन्हें मुक्त कर दिया है. उन्होंने कहा कि यहां भूमि अधिग्रहण के चलते किसानों की बदहाली की जानकारी  मुख्यमंत्री, मौजूदा सांसद देश के प्रधानमंत्री, विधायक सहित कलेक्टर को भी है, लेकिन जबरन भूमि अधिग्रहण जारी है. यही कारण है कि यहाँ के जागरूक नागरिकों ने सिस्टम का विधि-विधान से श्राद्ध किया,  उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर भूमि अधिग्रहण रद्द नहीं हुआ, तो आगे यहाँ के किसान ब्रह्मभोज कर विरोध करेंगे. कार्यक्रम का संचालन पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार गुप्ता ने किया वही अध्यक्षता किसान नेता डा. राजेन्द्र सिंह ने किया स्वागत व आभार हरसोस ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ओमप्रकाश सिंह पटेल ने दिया। इस दौरान विरेंद्र यादव, डा. राजेन्द्र सिंह, रामदुलार, रंजीत पटेल, गणेश शर्मा, योगीराज सिंह पटेल, जियाराम, दीलिप सिंह, अजीत पटेल, रणजीत, हृदय पाल, मनोज कुमार सिंह, विरेंद्र पटेल, रामबालक पटेल, अमित, शिवम्, प्रहलाद पाल, राजेश कुमार, राजकुमार राजभर सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।

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