किसानों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर उप निदेशक कृषि करें कार्य, शिथिलता क्षम्य नही- सीडीओ 

मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में किसान दिवस का हुआ आयोजन

*सिंचाई विभाग व अन्य विभाग किसानों के समस्याओं पर गम्भीरता से विचार कर जल्द निस्तारण करना सुनिश्चित करें- मुख्य विकास अधिकारी

चन्दौली/ मुख्य विकास अधिकारी राल्लपल्ली जगत साईं की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुआ, जिसमें किसानों की समस्याओं पर चर्चा की गई और उन्हें विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। सीडीओ ने किसानों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। 

साथ ही अनुपस्थित अधिकारी के प्रतिनिधि को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगले बैठक में जिला स्तरीय अधिकारी स्वयं प्रतिभाग करेंगे अन्यथा शासन को आवश्यक कार्यवाही हेतु अवगत करा दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। 

किसानों द्वारा मांग की गई कि गेहूं कटाई के समय आगजनी इत्यादि की घटनाएं रोकने के लिए तहसील एवं ब्लॉक स्तर पर फायर ब्रिगेड की व्यवस्था कराई जाए। 

जिला कृषि अधिकारी ने फार्मर रजिस्ट्री के बारे में बताया कि 31 मार्च 2025 तक कृषक फार्मर रजिस्ट्री अपने नजदीकी जनसेवा केन्द्र से करा सकते है, जो कृषक फार्मर रजिस्ट्री नहीं करायेगें उन्हें पी0एम0 किसान सम्मान निधि योजना एवं अन्य कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ नही मिल पाएगा। किसान दिवस में किसानों द्वारा ढैचा एवं मूंग की बीज हेतु मांग रखी गई जिस पर जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि शासन से लक्ष्य प्राप्त हो गया है जैसे ही उपलब्ध हो जाएगा किसान बंधु को वितरण करा दिया जाएगा। 

*फार्मर रजिस्ट्री की धीमी प्रगति पर सख्ती*

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने उप निदेशक कृषि को निर्देशित किया कि तहसीलवार नामित कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा उप जिलाधिकारियों के साथ मिलकर क्षेत्रीय कार्मिकों (कृषि/राजस्व) की बैठक करें। इस बैठक में विशेष रूप से कम प्रगति वाले ग्रामों एवं जनसेवा केंद्रों की समीक्षा की जाएगी, ताकि फार्मर रजिस्ट्री को बढ़ावा दिया जा सके। यह योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में सम्मिलित है। उन्होंने यह भी कहा कि जनसेवा केंद्र संचालकों की उपस्थिति अनिवार्य की जाए।

उन्होंने उप कृषि निदेशक को आदेश दिया कि वे अपने विभाग के सभी अधिकारियों और क्षेत्रीय कार्मिकों के साथ मिलकर फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति की समीक्षा करें और इसे अधिकतम स्तर तक बढ़ाने के लिए कार्य करें। निर्देशित किया गया कि सिंचाई विभाग व अन्य विभाग किसानों के समस्याओं पर गम्भीरता से विचार करते हुए जल्द निस्तारण करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर उप कृषि निदेशक, एआर कोऑपरेटिव, जिला कृषि अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, बैक, ऊर्जा, सिंचाई, मत्स्य, नलकूप, उद्यान सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *