एनसीएल ने “नए आयकर बिल एवं बिज़नेस रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग” पर आयोजित किया सेमिनार

 सोनभद्र, सिंगरौली।  मंगलवार को भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने “नए आयकर बिल और बिज़नेस रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग” विषय  (बीआरएसआर) पर वाराणसी में सेमिनार का आयोजन किया।
इस अवसर पर एनसीएल ने वित्तीय एवं विनियामक समझ को विकसित करने हेतु तीन महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन भी किया।
इन पुस्तकों में ‘रेडी रेकनर फॉर क्लोजिंग ऑफ अकाउंट्स’, ‘नेविगेटिंग सैप फॉर अकाउंटिंग’ एवं ‘कोयला उद्योग में जीएसटी – कोयला क्षेत्र को प्रभावित करने वाले जीएसटी विनियमों का एक व्यापक विश्लेषण’ शामिल हैं।
बैठक की अध्यक्षता निदेशक (वित्त), कोल इंडिया लिमिटेड, मुकेश अग्रवाल ने की और विशिष्ट अतिथि के रूप में सीए रोहित रूहाटिया, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ स्टडीज, आईसीएआई, सीए अतुल मेहरोत्रा और सीए सीएमए, अंकित शर्मा उपस्थित रहे। साथ ही इस दौरान सीआईएल की अनुषंगी कंपनियों के निदेशक (वित्त), एनसीएल निदेशक (तकनीकी/संचालन),  जितेन्द्र मलिक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

सेमिनार में सीए सीएमए, मोहित गर्ग, अंडर सेक्रेटरी , भारत सरकार (सीबीडीटी) और सीए हर्षा रमानी, आईसीएआई सहित अन्य प्रतिष्ठित लोगों ने भाग लिया।
सेमिनार के दौरान अधिगम एवं पेशागत विकास हेतु  ‘एनसीएल सिंगरौली सीपीई स्टडी सर्किल’ की स्थापना के प्रति प्रतिबद्धता भी जताई गयी।
इस दौरान अपने सम्बोधन में निदेशक (वित्त), कोल इंडिया लिमिटेड,  मुकेश अग्रवाल ने एनसीएल द्वारा कोयला उद्योग में वित्तीय उत्कृष्टता और विनियामक अनुपालन को बढ़ावा देने हेतु आयोजित सेमिनार को महत्वपूर्ण बताते हुए कंपनी के इस प्रयास की सराहना की।  
एनसीएल के निदेशक (वित्त),  रजनीश नारायण ने सभी प्रतिभागियों को सेमिनार में भाग लेने के लिए आभार व्यक्त किया और सेमिनार के सफल आयोजन के लिए एनसीएल के वित्त विभाग की टीम को बधाई दी।

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