बिजली के निजीकरण के खिलाफ भाकपा ने दिया बबुरी पावरफुल पर धरना

बबुरी,चंदौली। शैलेश भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ब्रांच कमेटी बबुरी के नेतृत्व में  कस्बा स्थित बिजली पवार हाउस  पर सैकड़ों महिलाओं,नौजवानों,मजदूरों,किसानों ने एक दिवसीय धरना दिया। धरने से पूर्व एक जुलूस बबुरी बस स्टैंड से पवार हाउस  तक जुलूस निकाला गया और धरने के बाद बिजली कानून  संशोधन 2022 को वापस लेने और  वाराणसी और आगरा विद्युत वितरण निगम को निजीकरण के फैसले को वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार  को संबोधित 10 सूत्रीय मांग पत्र पॉवर हाउस पर मौजूद एस डी ओ जीवनथपुर के माध्यम से सौंपा गया।

धरने को संबोधित करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) के राज्य कमेटी सदस्य कामरेड गुलाब चन्द ने कहा कि यह मोदी और योगी की  डबल इंजन की सरकार बिजली का निजीकरण करके गरिबो के घर से उनका चिराग भी बुझा रही है।  महंगाई और बेरोजगारी की वजह से कराह रही जनता बिजली के और अधिभार को झेल नहीं पाएगी। गुलाब चन्द ने कहा कि 1948मे ही बाबा साहब डा .भीमराव अंबेडकर ने संविधान की प्रस्तावनां में ही ” बिजली  एक सामाजिक जरूर की चीज है उसे बिना लाभ हानि के सरकार की जिम्मेदारी हैजा जनता को मुहैया कराने की है। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं,बिजली के निजीकरण से आम उपभोक्ताओं और कर्मचारियों दोनों पर गाज गिरने वाली है।

किसान नेता सतीश चन्द ने कहा कि सरकार अपने वादे के मुताबिक 200 यूनिट बिजली फ्री करने से मुकर रही है।बिजली का निजीकरण करके किसानों की खेती की लागत को बढ़ाया जा रहा है,निजी क्षेत्र में बिजली जाने से पूंजीपति मालामाल होंगे,जनता तबाह होगी। धरने को कामरेड बुधीराम,लालचंद,मिठाईलाल, रामप्यारे यादव, अभिलाष, मुन्ना, गीता देवी, हीरावती फेंको, आरती, मुलारे चरणदास, बादाम, नरेंद्र, शमशेर बहादुर संबोधित किया। गुड्डू रंगीला ने क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किया। धरने की अध्यक्षता कामरेड रामदुलार प्रजापति व संचालन ब्रांच मंत्री कामरेड एड.लालजी प्रसाद ने किया।

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