‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अन्तर्गत वृक्षारोपण किया,लोकमाता के चित्र पर श्रद्धांजलि दी

लखनऊ भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान-2025 के अन्तर्गत आज जनपद आगरा के जी0आई0सी0 मैदान में आयोजित जनसभा को सम्बोधित किया। इससे पूर्व, उन्होंने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अन्तर्गत वृक्षारोपण किया। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयन्ती सिर्फ विशेष तारीख या ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि हम सबके लिए जीवन दर्शन है। हमें संकल्प लेना पड़ेगा कि हम उनके आदर्शों पर चलेंगे। लोकमाता कठिन समय में भारत की महान परम्परा की प्रतिनिधि थीं, जहां धर्म-संस्कृति व शासन एक ही धारा में प्रवाहित होते हैं। सोमनाथ, काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, बद्रीनाथ, केदारनाथ, भीमाशंकर, रामेश्वरम, गोकर्ण समेत न जाने कितने मंदिर उनके हाथ से संजीवित हुए। वीरांगना अहिल्याबाई होल्कर हमारे लिए प्रेरणा मूर्ति हैं।  
उप राष्ट्रपति ने कहा कि संस्कृति का सृजन व संरक्षण बहुत अहम है। आक्रांता औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ पर कुठाराघात किया तो उसके 100 वर्ष बाद अहिल्याबाई होल्कर ने दूरदर्शिता दिखाते हुए काशी विश्वनाथ में मंदिर बनाया। वर्तमान परिदृश्य की चर्चा करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि काशी में जो चमत्कारी परिवर्तन आया है, उससे पूरा देश अभिभूत है। काशी के मनोरम घाटों का अवलोकन कर आनन्द की अनुभूति होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह कार्य मुख्यमंत्री ने किया है। मुख्यमंत्री ने जो कार्य किया है, उसे आने वाली पीढ़ियां सदियों तक याद रखेंगी।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि मुख्यमंत्री दूरदर्शी हैं और काम करने में विश्वास रखते हैं। दिसम्बर, 2021 में उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ में आदि शंकराचार्य व लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण किया था। जो कार्य लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने किया, वही कार्य मुख्यमंत्री ने किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की काया पलट दी। काशी विश्वनाथ एवं अयोध्या के बाद मथुरा में भी कार्य होगा। आने वाली पीढ़ियां मुख्यमंत्री के कार्यों का उसी तरह स्मरण करेंगी, जैसे आज हम लोकमाता के कार्यों को याद करते हैं।
उपराष्ट्रपति कहा कि ब्रह्मोस ने जैश-ए-मोहम्मद व लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने में घुसकर उन्हें तबाह किया। सेना के पराक्रम से दुश्मन को लोहे के चने चबाने पड़े। सेना ने दुनिया को संदेश दिया कि भारत बदल गया है। भारत आतंकवाद को समाप्त करेगा। जो हम पर हाथ डालेगा, उसे पूरी तरह नष्ट करेंगे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर किसान परिवार से थीं। वे न्यायप्रिय थीं। उन्होंने नारी सशक्तीकरण के लिए बहुत उच्च मापदण्ड रखे। अपनी सेना में महिलाओं की टुकड़ी बनाई। आज के भारत में नारी सशक्तीकरण अपनी पराकाष्ठा पर है। संसद व विधानसभाओं में भी नारियों के लिए आरक्षण है। किसानों के लिए लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने बहुत कुछ किया। किसानों ने ठान रखा है, इसलिए भारत विकसित होगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज का उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत उदाहरण बन गया है। यहां कल्पना से परे चमत्कारिक कार्य हुए हैं। इसकी शुरुआत वर्ष 2014 से हुई, जब प्रधानमंत्री ने काशी को अपना राजनीतिक क्षेत्र चुना। इसमें तेज गति आई वर्ष 2017 में, जब योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इतने वर्षों तक लगातार सबसे बड़े प्रान्त का संचालन करने का गौरव योगी आदित्यनाथ को है। महाकुम्भ का आयोजन देख दुनिया आश्चर्यचकित थी। पूरी दुनिया में भारत की संस्कृति का संदेश गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि जो समाज अपने राष्ट्र नायकों और राष्ट्र नायिकाओं के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा प्राप्त करते हुए अपनी भावी कार्ययोजना बनाता है, तो दुनिया की कोई भी ताकत उसके मार्ग में बाधा नहीं बन सकती है। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का विराट व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। ब्रजभूमि आगरा की ऐतिहासिक धरती को भगवान बांके बिहारी और कृष्ण-कन्हैया का सान्निध्य प्राप्त हुआ था। आज इस पावन धरा पर भारत गणराज्य के उप राष्ट्रपति का आगमन हुआ हुआ है।

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