माँ भारती विद्या मन्दिर में छात्रों को किया गया पुरस्कृत और वरिष्ठ जनों का हुआ अभिनन्दन

 प्रयागराज । माँ भारती विद्या मन्दिर, तिलकनगर, अल्लापुर, प्रयागराज में छात्र- छात्राओ को वार्षिक परीक्षाफल, खेलकूद में सफल प्रतिभागियों को पुरस्कार  एवं श्रद्धेया सुमित्रा देवी गुप्ता ,पूर्व प्रधानाध्यापिक दारागंज प्राथमिक विद्यालय  की पुण्य स्मृति में समायोजित पर्यावरण संरक्षण पर निबन्ध  एवं चित्रकला प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि  न्यायाधीश ( अ प्रा ) कैप्टन डी पी एन सिंह ने बच्चों के बहुमुखी विकास के लिये मातृशक्ति के समर्पण को आलोकित करते हुये कहा कि प्रथम गुरु माँ और फिर विद्यालय में शिक्षण-प्रशिक्षण देने वाली गुरु शिक्षक होते हैं। छात्रों को पुरस्कृत होने के साथ-साथ वरिष्ठ जनों के अभिनन्दन को मुख्यअतिथि ने “नख से लेकर शिखा” तक को सम्मानित करना जैसा कहा।

विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य कुलभाष्कर आश्रम डिग्री कालेज डाॅ विश्वनाथ लाल निगम ने भी अभिभावकों को बच्चों के उज्ज्वल भविष्य निर्माण हेतु अभिभावकों की भूमिका को सर्वोपरि कहा। कार्यक्रम में विशिष्ट  अतिथि सहायक लेखाधिकारी ,सर्व शिक्षा दीपक पाण्डेय ने  सर्वप्रथम जो छात्र पुरस्कार से वंचित रहे उन्हें शुभकामनायें दी और जो छात्र पुरस्कृत हुये उन्हें भी बधाई देकर प्रोत्साहित किया।

विद्यालय के प्रबन्धक सुधीर द्विवेदी ने अभ्यागत अतिथियों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्रम देकर अभिनन्दन किया। अ प्रा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शि नि अशोक कुमार गुप्त ने छात्रों को निष्ठा एवं ईमानदारी से उद्यम करने की नसीहत दी। विशिष्ट अतिथि समग्र शिक्षा के मध्याह्न भोजन समन्वयक राजीव त्रिपाठी ने विद्या मन्दिर द्वारा शिक्षा के साथ-साथ संस्कार दिये जाने की भूरि- भूरि प्रशंसा की।

भारतीय सांस्कृतिक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष  दुर्गेश दुबे ने भारतीय सांस्कृतिक परिषद द्वारा विद्यालयों में किये जा  रहे विशिष्ट कार्यों पर प्रकाश डालते हुये छात्र-छात्राओ द्वारा प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने की सराहना करते हुये शुभकामनायें दी। कार्यक्रम में मुख्य रुप से वरिष्ठजनों का सम्मान किया गया। वरिष्ठ जनों को चन्दन लगाकर अंगवस्त्रम एवं पुष्पमाला से  आदर पूर्वक सम्मानित किया गया। यशमार्ट के प्रोपराइटर  मनीष श्रीवास्तव ने वरिष्ठ जनों को पुष्पमाला एवं अंगवस्त्रम भेंट कर शुभाशीष प्राप्त किया। यह एक अभूतपूर्व आयोजन होने से समाज में *मातृ देवो भव, पितृ देवो भव, गुरु देवो भव* की परिकल्पना दृश्य हुई। भारतीय सांस्कृतिक परिषद के महानगर अध्यक्ष सतीश कुमार गुप्त  ने वरिष्ठ जन सम्मान को समाज के लिये एक सबल सन्देश बताया। आने वाली पीढ़ियों को यह समझने की अत्यन्त आवश्यकता है कि माता,पिता और गुरु धरती पर साक्षात् भगवान हैं। कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिकाओं को भी उनके समर्पित शिक्षण कार्य की सराहना की गयी एवं सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अतिथिजन ने  सर्वप्रथम माँ सरस्वती को माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर शुभारम्भ किया। कार्यक्रम का संचालन सतीश कुमार गुप्त ने किया।

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