आलू केंद्र राज्य के कृषि एवं आलू उत्पादक कृषकों के हित में दूरदर्शी सोच एवं संवेदनशीलता का प्रतिफल है – दिनेश प्रताप सिंह

प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने प्रेस वार्ता की

भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्रिमंडल (कैबिनेट) द्वारा उत्तर प्रदेश के सींगना, जनपद आगरा में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र (CIP) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र (CSARC) की स्थापना के लिए रू0-111 करोड़ की मंजूरी।

आगरा/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद में स्थिति राजकीय औद्यानिक प्रक्षेत्र सींगना में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना के प्रस्ताव पर दिनांक 25 जून, 2025 को मंजूरी प्रदान कर दिया है।

अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र (CIP) प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य आलू और शकरकंद की उत्पादकता, कटाई के बाद प्रबंधन एवं मूल्य संवर्धन में सुधार करके खाद्य और पोषण सुरक्षा, किसानों की आय और रोजगार सृजन को बढ़ाना है।

भारत में आलू के उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, परिवहन, विपणन, मूल्य श्रृंखला आदि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण रोजगार अवसर पैदा करने की असीम सम्भावनाएं है। इसलिए, इन क्षेत्रों में विशाल क्षमता के दोहन एवं अन्वेषण करने के लिए, उत्तर प्रदेश के आगरा के सिंगना में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना की जा रही है।

सीएसएआरसी द्वारा विकसित आलू और शकरकंद की उच्च उपज देने वाली, पोषक तत्वों से भरपूर और जलवायु अनुकूल किस्में विश्व-स्तरीय विज्ञान एवं नवाचार के माध्यम से न केवल भारत में बल्कि दक्षिण एशिया क्षेत्र में भी आलू और शकरकंद क्षेत्र के सतत विकास को महत्वपूर्ण रूप से गति प्रदान करेंगी।

अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र (CIP) केन्द्र मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ की राज्य के कृषि एवं आलू उत्पादक कृषकों के हित में दूरदर्शी सोच एवं संवेदनशीलता का प्रतिफल है।

उद्यान मंत्री, दिनेश प्रताप सिंह द्वारा प्रस्तावित स्थल का भ्रमण कर भूमि का चयन एवं अधिग्रहण तथा सूर सरोवर पंक्षी विहार, कीठम से होकर केन्द्र पर आने-जाने हेतु सम्बन्धित विभागों के मध्य समन्वयन के माध्यम से स्थानीय स्तर की कठिनाइयों का निराकरण कराकर केन्द्र की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया गया।माह अप्रैल, 2025 में सींगना, आगरा में केन्द्र की स्थापना को गति प्रदान करने हेतु प्रशासनिक एवं तकनीकी समन्वयन के उद्देश्य से भारत सरकार के कृषि सचिव, देवेश चतुर्वेदी के नेतृत्व में भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों एवं बी0एल0 मीणा, अपर मुख्य सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र (CIP), लीमा, पेरू का भ्रमण किया गया।

उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025-

आम के उत्पादन, निर्यात, प्रसंस्करण आदि को प्रोत्साहित किये जाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025 का आयोजन दिनांक 04 जुलाई, 2025 से 06 जुलाई, 2025 के मध्य अवध शिल्प ग्राम, अवध विहार योजना, सेक्टर-09, अमर शहीदपथ, लखनऊ में भव्य रूप से किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश आम के उत्पादन में देश में अगृणी राज्य है। वर्ष 2024-25 में प्रदेश में 3.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की बागवानी की गयी, जो देश कुल क्षेत्रफल का 13.5 प्रतिशत है। इसी प्रकार प्रदेश में 61.46 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन हुआ, जो देश कुल उत्पादन का लगभग 27 प्रतिशत है।

प्रदेश में आम की लगभग 600 से अधिक प्रजातियों का उत्पादन किया जा रहा है, जिनमें प्रमुखरूप से दशहरी, लंगड़ा, चौसा, गौरजीत, आम्रपाली, रामकेला, रटौल, लखनऊ सफेदा, बाम्बेग्रीन एवं अन्य रंगीन प्रजातियां प्रमुख रूप से सम्मिलित हैं। सहारनपुर, मेरठ, बागपत, बुलन्दशहर, अमरोहा, बाराबंकी, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, अयोध्या, लखनऊ, प्रतापगढ़, वाराणसी आदि आम उत्पादन वाले प्रमुख जनपद है। वर्ष 2024-25 में प्रदेश से 40.31 मीट्रिक टन आम का निर्यात अन्य देशों को किया गया। वर्ष 2025 में अब तक 13.5 मीट्रिक टन आम का निर्यात अन्य देशों को किया गया।

विगत वर्ष आम महोत्सव-2024 में 07 श्रेणियों के 58 वर्गों में लगभग 600 से अधिक आम की प्रजातियों एवं प्रसंस्कृत उत्पाद का प्रदर्शन किया गयातथाजापान को आम निर्यात किये गये।आम महोत्सव-2025 में 600 से अधिक आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया जायेगा। इस वर्ष कार्यक्रम को आकर्षक एवं रूचिकर बनाने के उद्देश्य से आम महोत्सव के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है। आम महोत्सव-2025 में प्रदेश के अतिरिक्त मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, छत्तीसगढ़, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र एवं अन्य प्रांतों के उद्यान विभाग के प्रतिनिधि, प्रगतिशील बागवान एवं निर्यातकों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। आम महोत्सव-2025 के अवसर पर बागवानों को आम उत्पादन की उन्नत तकनीकी, तुड़ाई उपरान्त प्रबन्धन, निर्यात हेतु प्रदत्त सुविधायें, कीट-व्याधियों का प्रबन्धन, विपणन तथा निर्यात हेतु प्रदान की जाने वाली सुविधाओं आदि के बारे में कार्यशाला का आयोजन भी किया जायेगा। आम महोत्सव-2025 में आम से बने विभिन्न पकवान एवं व्यंजन प्रदर्शित किये जायेंगे, साथ ही प्रतिभागियों द्वारा तैयार आम के पकवानों की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जायेगा। आम महोत्सव-2025 में आम विविधता प्रदर्शनी में 120 से अधिक किस्मों के प्रदर्शन, आमंत्रण (क्रेता-विक्रेता बैठक), आम खाने की प्रतियोगिता, प्रशिक्षण सेमीनार विशेष आकर्षण होंगे। प्रदेश से अन्य देशों में आम के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जेवर एयरपोर्ट के पास फलों की टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट सेंटर का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।

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