ज़िप अध्यक्ष,विधायक औराई,जिलाध्यक्ष, सांसद प्रतिनिधि, सीडीओ की उपस्थिति में जनपद में संस्कृत छात्रवृत्ति योजना कार्यक्रम का किया गया शुभारंभ*
संस्कृत छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ कर,संस्कृत शिक्षा का उन्नयन,भारतीय संस्कृति का संवर्धन पर दिया गया बल
भदोही / मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी से संस्कृत छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ एवं 69,195 विद्यार्थियों को ₹586 लाख की छात्रवृत्ति का संवितरण कर संस्कृत शिक्षा का उन्नयन,भारतीय संस्कृति का संवर्धन किया गया। उक्त कार्यक्रम का सजीव प्रसारण जनपद के कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, विधायक औराई दीनानाथ भास्कर, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि अवधेश बिंद, ब्लॉक प्रमुख अभोली प्रियंका बिंद,मुख्य विकास अधिकारी डॉ शिवाकांत द्विवेदी, जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान सहित संस्कृत विद्यालय/ कॉलेज के आचार्यगण व छात्रों द्वारा देखा और सुना गया।
कार्यक्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान द्वारा मुख्य अतिथियों को मोमेंटों देकर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात जिला पंचायत अध्यक्ष व विधायक द्वारा उपस्थिति छात्र/ छात्राओं को सरकार द्वारा शुभारम्भ किये गये संस्कृत छात्रवृत्ति योजना से लाभ प्रदान किये जाने हेतु प्रेरित किया गया।
विधायक औराई दीनानाथ भास्कर ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा संस्कृत शिक्षा का उन्नयन, भारतीय संस्कृति का संवर्धन, संस्कृत छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ संस्कृत के क्षेत्र में स्वर्ण काल है। उन्होंने बताया कि निश्चित रूप से यह देश की संस्कृति को, हमारी भाषा संस्कृत को और मजबूती प्रदान करेगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान द्वारा उपस्थिति सभी अतिथियों/अभिभावकों/प्राचार्य/प्रधानाचार्य/ छात्र-छात्राओं का आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने बताया कि प्रथमा ,पूर्व मध्यमा ,उत्तर मध्यमा, शास्त्री एवं आचार्य की छात्रवृत्ति में लगभग 12 से 15 गुना का इजाफा .मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। पहले अभिभावक के निर्धारित आय सीमा को अब समाप्त कर दिया गया है अर्थात संस्कृत विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति अनिवार्य रूप से मिलेगी। उन्होंने अपील किया कि संस्कृत विद्यालय,महाविद्यालय में पढ़ने वाले ऐसे छात्र जिन्होंने अभी तक छात्रवृत्ति का आवेदन नहीं किया है वे अपने प्रधानाचार्य या जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से संपर्क कर छात्रवृत्ति आवेदन अनिवार्य रूप से करें, जिससे उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान किया जा सके। कार्यक्रम का संचालन जिला सूचना अधिकारी डॉ पंकज कुमार द्वारा किया गया।