*चहनियाँ।चंदौली*रामगढ़ स्थित उपडाकघर में विभागीय कर्मियों की लापरवाही से ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया । सेकेंड गेट का ताला खुला ही छोड़ कर चले गये । आधार कार्ड बनवाने पहुचे लोगो को अंदर से मृत की दुर्गंध आने पर बलुआ पुलिस को सूचना दी । मौके पर पहुचकर मोहरगंज चौकी इंचार्ज ने जांच पड़ताल कर उपडाकपाल को हिदायत दी । विभागीय लापरवाही से ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया ।
रामगढ़ स्थित उपडाकघर के मकान मालिक डॉ0 रमेश चन्द्र पाण्डेय शनिवार को घर के बाहर झाड़ू लगा रहे थे । उनके बरामदे से सटी खिड़की खुली थी । पास गये तो मेन सेकेंड दरवाजा खुला था । उपडाकघर के बाहर 9 बजे आधार कार्ड बनवाने वालो की भीड़ लगी थी । अंदर एक साइकिल खड़ी थी व किसी मृतक की दुर्गंध आ रही थी । मौके पर पहुचे ग्राम प्रधान व पूर्व प्रधान ने बलुआ पुलिस को सूचना दी । मौके पर पहुचे मोहरगंज चौकी इंचार्ज शिवमणि त्रिपाठी ने उपडाकपाल सरवन कुमार को 10 बजे बुलाकर आउट साइडर दिनेश कुमार से चाभी मंगवाकर मेन गेट खोलकर निरीक्षण किया तो अंदर एक सड़ा हुआ कुत्ता बेहोशी के हालत में मिला । जिससे दुर्गंध आ रही थी । चौकी इंचार्ज द्वारा गेट खुलने पर बताया कि ताला नही है इसलिए खुला रह गया । जिस पर चौकी इंचार्ज ने सीसी कैमरा लगवाने व आगे से लापरवाही न करने की हिदायत दी । विभागीय कर्मियों की लापरवाही से पुलिस परेशान रही । वही ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए कहा कि चोरी की आशंका से पुलिस को फोन करना पड़ा । इस घोर लापरवाही की सूचना वाराणसी एसएसपी को भी दे दी गयी है ।
रामगढ़ उपडाकघर में 31 दिसम्बर 2000 में बड़ी चोरी को लेकर मामला आया था । जिसमे विभागीय कर्मचारियों की संलिप्तता पायी गयी थी । जिसमे जांच के बाद चार कर्मचारी सस्पेंड हुए व एक को बर्खास्त किया गया था । पुनः 2008 में विभागीय संलिप्तता में चोरी का पर्दाफाश हुआ तो असफल चोरी का प्रयास सामने आया । लगातार विभाग द्वारा लापरवाही व चोरी की संलिप्तता की आशंका पर स्थानीय लोगो को प्रसाशन का कोपभाजन बनना पड़ता है ।