दुद्धी,सोनभद्र। दुद्धी में बुधवार को विश्व हिंदू परिषद एव बजरंग दल के नेतृत्व में महामहिम राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सुरेश राय को सौंपा।इससे पूर्व संकट मोचन मंदिर पर सभी हिंदू संगठनों के लोग एकत्रित होकर नारेबाजी करते हुए पैदल तहसील तिराहे पर पहुँच कर आतंकवाद का प्रतिकात्मक पुतला दहन किया। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि जम्मू कश्मीर में वैष्णों देवी कटरा से शिव खोडी जाते समय 9 जून को हिन्दू श्रद्धालुओं की बस पर क्रूर पाकिस्तान पोषित इस्लामिक जेहादी आतंकवादियों का कायराना हमला किया जिसमें 10. निर्दोष हिन्दू तीर्थयात्री मरने से संपूर्ण देशवासियों को स्तब्ध करने वाली घटना है।
इस क्रूरतम दुष्कृत्य से पूरा देश आहत है और तीव आक्रोश जम्मू काश्मीर लंबे समय से पाकिस्तान पोषित आतंकवाद का दंश झेल रहा है। धारा 370 हटने के बाद एक आशा की ज्योति जगी है। लेकिन लगता है उग्रवादियों का मनोबल अभी कम नहीं हुआ है। हिंदुओं को चिन्हित करके उनकी हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं इन सब के पीछे स्पष्ट रूप से पाकिस्तान का हाथ है। देश के नई सरकार के शपथ के समय इस प्रकार का दुस्साहसिक कृत्य करके इस्लामी आतंकवादियों ने देश के संप्रभुता को चुनौती दी है। बजरंग दल इस कायराना कृत्य की तीव्र निंदा करते हुए आपसे निवेदन करता है। इस प्रकार की गतिविधियों पर पूर्ण नियंत्रण पाने के लिए निर्णायक और कठोर कदम उठाने का केंद्र सरकार को निर्देश दें तथा इस प्रकार के तत्वों को सरंक्षण देने वाले आ आंतरिक व विदेशी तत्वों का भी कठोरता से समुचित इलाज हो ऐसा केन्द्र सरकार से सुनिश्चित कराने का आग्रह करें।
जम्मू कश्मीर में धार्मिक यात्रा पर निकले हिन्दू श्रद्धालुओं पर माता वैष्णों देवी कटरा से शिव खोडी दर्शन को जाते समय 9 जून को इस्लामिक जेहादी पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों ने घात लगाकर शिव खोडी के निकट बस के ऊपर अंधाधुंध गोलीबारी कर बस चालक सहित 10 तीर्थ यात्रियों की हत्या करदी। जिससे देशभर में भारी आक्रोश व्याप्त है।इस दौरान मासूमों के हत्यारो को फांसी दो फांसी दो और आतंकवाद के के नारे लगाए गए। इस दौरान मिलिंद परांडे केंद्रीय संगठन महामंत्री विहिप, नीरज दौनेरिया राष्ट्रीय संयोजक बजरंग दल, राकेश श्रीवास्तव, आलोक जायसवाल, संदीप गुप्ता, सुरेंद्र अग्रहरि, मनीष जायसवाल, अनुराग त्रिपाठी, सोनू जायसवाल, राहुल अग्रहरि, सत्यम किशोर, प्रियांशु अग्रहरि, पीयूष सहित अन्य उपस्थित रहे।