वाराणसी/ उत्तर प्रदेश के आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री श्री दयाशंकर मिश्रा” दयालू ” ने कहा कि सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामयाः के सूत्र के साथ मानव कल्याण की भावना भारत के पारंपरिक चिकित्सा पद्धति की विशेषता रही है।उन्होंने कहा कि योग और आयुर्वेद भारत की परंपरा एवं जीवनशैली का हिस्सा रही है। इस बात के साक्ष्य मौजूद हैं कि हमारी पारंपरिक चिकित्सा वैज्ञानिक और समृद्ध रही है।
आज, केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट के साथ दयाशंकर मिश्रा दयालु ने दीप प्रज्वलित कर 4 दिवसीय आयुर्योग एक्सपो-23 का शुभारंभ किया। यशस्वी प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से योग पूरी मानवता के लिए आशा और अपेक्षाओं का स्रोत बन गया है। आज पूरा विश्व योग दिवस मनाता है जो हम सभी के लिए गर्व का विषय है।
जनपद वाराणसी में आयोजित आयुर्योग एक्सपो 2023 के माध्यम से जनता अपनी प्राचीन चिकित्सा पद्धति से जुड़ सकेगी और इसकी वैज्ञानिकता को समझ सकेगी। आयुर्वेद जीवन जीने का तरीका है और लोग आयुर्वेद को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाने लगे हैं। मैं आयोजकों को विशेष रूप से धन्यवाद कहना चाहता हूं जिन्होंने यह पहल की है।
गुरू जी डॉ० एचआर नागेंद्र जी, डॉ० योगेश मिश्रा जी, पद्मश्री डॉ० मनोरंजन साहू जी, डॉ० केएन द्विवेदी जी, डॉ० केके द्विवेदी जी, डॉ० राकेश कुमार चेयरमैन इंडिया एक्सपो मार्ट सहित उपस्थित सभी प्रबुद्ध गणमान्य जनों का हृदय से स्वागत और अभिनंदन करता हूं।