विलासपुर। एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन प्रांगण में विश्व पर्यावरण दिवस सोल्लासपूर्ण मनाया गया । इस अवसर पर प्रारंभ में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने निदेशक तकनीकी (संचालन) एस.के. पाल, निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन, निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या, मुख्य सतर्कता अधिकारी जयंत कुमार खमारी, महाप्रबंधक (पर्यावरण) बी.के. जेना, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में पर्यावरण ध्वज फहराया उपरांत कोलइण्डिया कॉरपोरेट गीत बजाया गया । इस अवसर पर पर्यावरण विषयक पोस्टर का विमोचन मंचस्थ अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रतिज्ञा का पठन अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ने किया जिसे समस्त उपस्थितों ने दोहराया।
अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा सतत धारणीय रूप से कोयले का खनन हमारे संचालन का अभिन्न अंग है। वसुन्धरा को एक बेहतर कल के लिए संवरित करने हेतु हम प्रतिबद्ध हैं। हमारा प्रत्येक खनिक दृढ़ मनोबल लेकर प्रकृति को संरक्षित एवं सवंर्धित करने के लिए कृत संकल्पित हैं। यह हमारे उन जीवन मूल्यों के अनुसार ही है जैसा हमारे वेद शास्त्रों में उल्लेखित है – रक्षये प्रकृति पांतुलोकाः – हे धरा के वासियों! प्रकृति की रक्षा करो।
निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) एस.के. पाल ने कहा देश की मांग अनुसार हम कोयला उत्पादन करते हैं, साथ ही हमारी जिम्मेदारी यह भी है कि हम प्रकृति का सन्तुलन बनाए रखने के लिए पौधों का रोपण व उनका संवर्धन करें। उन्होंने कहा विगत 2-3 वर्षों से प्लास्टिक का बहुदायत मात्रा में उपयोग देखने में आ रहा है, जिसका कम से कम उपयोग करने का उन्होंने आव्हान किया।
निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन ने कहा जीवन को शारीरिक एवं मानसिक रूप से सुदृढ़ बनाए रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण अत्यावश्यक है, इस दिशा में प्रत्येक व्यक्ति को पुरजोर प्रयास करना चाहिए। हमें अपनी प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए।
निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या ने कहा हमारी आने वाले पीढ़ी को स्वच्छ, सुरक्षित पर्यावरण देने की जिम्मेदारी हमारी है।
मुख्य सतर्कता अधिकारी जयंत कुमार खमारी ने कहा कि विश्व स्तर पर पर्यावरण प्रदूषण बढ़ रहा है। विकास के साथ ही हमें पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन की दिशा में भी कार्य करना चाहिए। पर्यावरण के प्रति अपने अधिकारों के साथ ही साथ हमें अपने कर्तव्यों का भी ध्यान रखना चाहिए।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एस.के. पाल, निदेशक (वित्त) जी. श्रीनिवासन, निदेशक (कार्मिक) देबाशीष आचार्या, मुख्य सतर्कता अधिकारी जयंत कुमार खमारी, श्रद्धा महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा, उपाध्यक्षा श्रीमती रीता पाल, श्रीमती राजी श्रीनिवासन, श्रीमती संगीता कापरी, श्रीमती शारदा आचार्या, महाप्रबंधक (पर्यावरण) श्री बी.के. जेना, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा औषधीय, फलदार पौधों व विविध पौधों का रोपण प्रशासनिक भवन स्थित प्रांगण में किया गया ।
कार्यक्रम के प्रांरभ में महाप्रबंधक (पर्यावरण) बी.के. जेना ने उपस्थितों का स्वागत करते हुए एसईसीएल द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत प्रकाश डाला गया। कोलइण्डिया चेयरमेन पी.के. अग्रवाल के संदेश का पठन मुख्य प्रबंधक (पर्यावरण) एस.आर. त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में उद्घोषणा का दायित्व शेख जाकिर हुसैन मुख्य प्रबंधक (पर्यावरण) ने निभाया । कार्यक्रम के सफल आयोजन में पर्यावरण विभाग टीम की सक्रिय भूमिका रही।