रांची। कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया के मार्गदर्शन में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के सतर्कता विभाग ने सभी कमांड क्षेत्रों में “वेटब्रिज जागरूकता सप्ताह” नामक एक व्यापक निरीक्षण अभियान शुरू किया।
8 अगस्त से 14 अगस्त, 2024 तक चलने वाली इस पहल का उद्देश्य सड़क के तौल पुलों के उचित संचालन और रखरखाव के बारे में अधिकारियों, कर्मचारियों और हितधारकों को जागरूक करना है। पूरे सप्ताह के दौरान, परिचालन मानकों और रखरखाव प्रोटोकॉल के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए सीसीएल के कमांड क्षेत्रों में 171 तौल पुलों का निरीक्षण किया जाएगा।
जागरूकता अभियान में तौल पुलों के संचालन और रखरखाव के सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा, जिसका उद्देश्य निष्पक्ष और पारदर्शी संचालन के लिए अपनाई जाने वाली प्रथाओं के बारे में ज्ञान पैदा करना है।
गौरतलब है कि कोयला कंपनियों में वे ब्रिज एक महत्वपूर्ण उपकरण है जिसका उपयोग कोयला ले जाने वाले लोडेड और खाली वाहनों के वजन को मापने के लिए किया जाता है। यह प्रणाली परिवहन किए गए कोयले का सटीक माप सुनिश्चित करने में मदद करती है और परिवहन नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सकता है और इन्वेंट्री को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है।
वे ब्रिज कोयला कंपनियों की परिचालन दक्षता के लिए अभिन्न अंग हैं, यह सुनिश्चित करता हैं कि सभी कोयला का लेनदेन सही तरीके से दर्ज की जाएं और गलत माप के कारण संभावित वित्तीय नुकसान को रोका जाएँ। इस तरह सीसीएल न केवल देश की ऊर्जा जरूरतों को सुनिश्चित कर रहा है, बल्कि कोयले के उचित संचालन, परिचालन मानक और रखरखाव प्रोटोकॉल के अनुपालन को सुनिश्चित करते हुए सतत विकास को बढ़ावा दे रहा हैं।