नागपुर। वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक जे पी द्विवेदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्य समिति सदस्य भैय्याजी जोशी तथा कार्यकारी निदेशक एआईआईएमएस , नागपुर डॉ.(प्रा.) प्रशांत जोशी ने नागपुर स्थित डॉ हेडगेवार ब्लड बैंक में गमामा इरेडिएशन फैकल्टी का उद्घाटन किया। वेकोलि द्वारा सीएसआर फंड से डॉ. हेडगेवार ब्लड बैंक में गमामा इरेडिएशन फैकल्टीकी स्थापना के लिए 35.09 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। डॉ. हेडगेवार ब्लड सेंटर एनएबीएच मान्यता के साथ मध्य भारत का एक प्रसिद्ध ब्लड सेंटर है।
इस अवसर पर उदघाटन समारोह में महाप्रबंधक (कल्याण/सीएसआर), वेकोलि ए के सिंह, वेकोलि के कल्याण/सीएसआर विभाग के अधिकारी, डॉ हेडगेवार ब्लड बैंक, नागपुर के अधिकारी तथा कर्मी प्रमुखता से उपस्थित थे। डॉ हेडगेवार ब्लड बैंक, नागपुर ने वित्तीय सहायता के लिए वेकोलि के प्रति आभार प्रकट किया।
विदित हो की, गमामा इरेडिएशन रक्त में निष्क्रिय टी-लिम्फोसाइट्स (एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिका जो प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा है) पर की जाने वाली एक प्रक्रिया है जो रक्त के घटकों में मौजूद ट्रांसफ्यूजन से जुड़े ग्राफ्ट बनाम होस्ट रोग (टीए-जीवीएचडी) को रोकने के लिए होती है। वेकोलि द्वारा की गई वित्तीय सहायता में जैसी आवश्यकताएं शामिल हैं। I विकिरणित रक्त उन रोगियों में रुग्णता को काफी कम कर देगा जिन्हें एकाधिक ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता होती है, जैसे की समय से पहले बच्चे, अंतर्गर्भाशयी और नवजात एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन, प्रतिरक्षा-समझौता रोगी, कीमोथेरेपी, प्लेटलेट और अंग प्रत्यारोपण प्राप्तकर्ता। डॉ. हेडगेवार रक्त केंद्र में वेकोलि द्वारा गमामा इरेडिएशन फैकल्टी की स्थापना से उपरोक्त वर्णित रोगियों को टीए-जीएचडी की रोकथाम में काफी मदद मिलेगी।