सोनभद्र, सिंगरौली/ एमओईएफ और सीसी और सीपीसीबी के उच्च स्तरीय अधिकारियों वाला एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें तन्मय कुमार-आईएएस, अतिरिक्त सचिव-एमओईएफ और सीसी और अध्यक्ष-सीपीसीबी। एनपी गंगवार-आईएएस, अतिरिक्त सचिव-एमओईएफ और सीसी। सत्येंद्र कुमार, निदेशक-एमओईएफ एंड सीसी। नजीमुद्दीन, वैज्ञानिक-एफ, सीपीसीबी । पी. जगन, क्षेत्रीय निदेशक, सीपीसीबी-भोपाल। डी.के.सोनी, क्षेत्रीय निदेशक, सीपीसीबी-लखनऊ। एन.सुब्रमण्यम, वैज्ञानिक-डी, एमओईएफ और सीसी। सुनील कुमार मीणा, वैज्ञानिक, डी-सीपीसीबी भोपाल ने 20.11.22 को एनटीपीसी विंध्याचल का दौरा किया ताकि क्षेत्र में फ्लाई ऐश के उपयोग, राख के तालाबों में अप्रयुक्त राख के निपटान और पर्यावरण संबंधी अन्य मुद्दों की स्थिति का आकलन किया जा सके। मुकेश श्रीवास्तव, क्षेत्रीय अधिकारी, एमपीपीसीबी (सिंगरौली) और टी.एन.सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपीपीसीबी (सोनभद्र) भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए।
एनटीपीसी टीम का प्रतिनिधित्व रमेश बाबू वी, निदेशक (संचालन) द्वारा किया गया था। एम.वी.आर. रेड्डी, ईडी (एसएसईए), सीसी, । एचओपी (विंध्याचल), एससी नाइक । बी गोस्वामी, एचओपी (सिंगरौली)। ए.के. चट्टोपाध्याय, एचओपी (रिहंद) और विंध्याचल, सिंगरौली, रिहंद और कॉरपोरेट सेंटर के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और टीम के सदस्य।
प्रतिनिधिमंडल ने शाहपुर ऐश डाइक क्षेत्र और निर्माणाधीन FGD क्षेत्र और VSTPS के कार्बन-टू-मेथनॉल संयंत्र क्षेत्र का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल की एक समापन बैठक थी, जिसमें एनटीपीसी के अधिकारियों के अलावा अरुण कुमार परमार, कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी (सिंगरौली) ने भाग लिया। भोला नाथ सिंह, सीएमडी (एनसीएल) और डॉ अनिंद्य सिन्हा निदेशक-तकनीकी / संचालन (एनसीएल) और सिंगरौली क्षेत्र के कुछ अन्य उद्योग प्रतिनिधि, जबकि डीएम (सोनभद्र) और कुछ उद्योग प्रतिनिधि और अन्य एमओईएफ अधिकारी भी ऑनलाइन शामिल हुए। बैठक का मुख्य एजेंडा माननीय एनजीटी के ओए 164/2018 दिनांक 18.01.22 के आदेश के अनुपालन में सिंगरौली क्षेत्र के प्रदूषण को दूर करने के लिए किए जाने वाले विभिन्न उपायों पर चर्चा करना था।