सोनभद्र। संयुक्त मोर्चा द्वारा मनाए जा रहे विरोध दिवस में ककरी टाइम ऑफिस के गेट मीटिंग में मुख्य वक्ता कारपोरेट जे सी सी सदस्य अरुण दुबे ने गेटमिटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि समस्त जे बी सी सी आई सदस्य एक तरफ लाखों कोल कर्मियों के भविष्य और सम्मानजनक वेतन समझौते के लिए संघर्षरत है तो दूसरी तरफ कोल इंडिया और एस सी सी एल की शीर्ष प्रबन्धन कभी 3 प्रतिशत और कभी 10 % एम जी बी को 10 .50 प्रतिशत करने का प्रस्ताव देकर हमारे ट्रेड यूनियन प्रीतिनिधि सहित लाखों कोल कर्मचारियों के साथ भद्दा मजाक करने का दुःसाहस कर रहा है । चारों श्रम संगठन के प्रतिनिधियों को प्रबन्धन जिस मुद्दे पर लगातार नीचा दिखाकर उनके धैर्य का परीक्षा ले रही है शायद प्रबन्धन को यह एहसास नही है कि इस जे बी सी सी आई 11 के लंबित मुद्दे से कोई भी कर्मचारी ऐसा नहीं हो जो स्वयं उससे प्रभावित होने से बच सके ।
ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर प्रबन्धन द्वारा मीटिंग में प्रतिनिधियों की भावनाओं पर लगातार प्रहार कर हठधर्मिता दिखाई जा रही है वह श्रमप्रतिनिधियो नहीं अपितु लाखों कर्मियों की भावनाओं पर प्रहार माना जायेगा । जेबीसीसी सदस्यों द्वारा लड़ी जा रहीं इस संघर्षमय निर्णायक लड़ाई के पीछे लस्ख़ों कर्मचारियों की ताकत खड़ी है जो उन्हें कभी झुकने या गिरने नहीं देगी बल्कि ऐसा दुःसाहस करने वाले प्रबन्धन के नुमाइंदों को आने वाले समय मे मुहतोड़ जबाब देगी । यदि प्रबन्धन आज 9 दिसम्बर को किये गए सांकेतिक विरोध को गंभीरता से लेते हुए अपनी हठधर्मिता को नही छोड़ती है तो आने वाले 7 जनवरी को राँची में होने वाले संयुक्त कंवेंसन में ऐसे आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा जिससे हठधर्मी प्रबन्धन और कम्पनी की चूलें हिल जाएगी । इस अवसर पर सभा को एटक , बी एम एस , एच एम एस , सीटू के परियोजना प्रतिनिधियों दिलीप कुमार वर्मा , नारायण सिंह , सुमंत राय , हरेंद्र नाथ मिश्रा , और वीरेंद्र कुशवाहा , कमलेश मौर्य , ने भी संबोधित कर विरोध दिवस को सफल बनाया । साथ ही सभी कर्मचारियों को काला फीता बांधा गया ।
इस अवसर पर एरिया सेफ्टी बोर्ड सदस्य अरविन्द सिंह , संजीव कुमार सिंह सहित सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहकर वेतन समझौता अविलम्ब लागू करो और अन्य प्रबन्धन विरोधी नारे लगाए । एन सी एल की समस्त परियोजनाओं और पूरे कोलइंडिया में विरोध दिवस मनाया गया ।