आज मंगलवार को कैंट रेलवे स्टेशन, वाराणसी में बनारस क्वीयर प्राइड के आयोजन श्रृंखला में फ्लैश मॉब का हुआ अनूठा प्रदर्शन।
ज्ञातव्य है कि फ्लैश मॉब लोगों कार्यक्रम का मतलब भीड़ को अचानक एक समूह द्वारा अपनी ओर आकर्षित करना है जो किसी सार्वजनिक स्थान पर अचानक इकट्ठा होते हैं, थोड़े समय के लिए अपने विषय को लेकर प्रदर्शन करते हैं, फिर जल्दी से मनोरंजन, व्यंग्य और कलात्मक अभिव्यक्ति के उद्देश्यों को लेकर प्रदर्शन करके भीड़ में तितर-बितर हो जाते हैं।
शिवांगी ने अनूठे और आकर्षक किस्म कार्यक्रम के दौरान एलजीबीटी समुदाय के सदस्यों के साथ साथ स्टेशन पर जुटी जनता का स्वागत किया। कार्यक्रम टीम ने फ़िल्मी गानों पर अपना प्रस्तुतीकरण किया
कार्यक्रम में आये एक श्रोता ने कार्यक्रम को जरूरी बताते हुए लगातार करने का जरूरत बताया। साथ ही पूछा की ये सतरंगी सलाम या इंद्रधनुष क्या है ? भीड़ में से आए सवाल पर आयोजको की ओर बताया गया कि इंद्रधनुष ध्वज या गौरव ध्वज एलजीबीटी गौरव और एलजीबीटी सामाजिक आंदोलनों का प्रतीक है।
ये रंग एलजीबीटी समुदाय की विविधता , मानव कामुकता और लिंग के स्पेक्ट्रम को दर्शाते हैं। एलजीबीटी गौरव के प्रतीक के रूप में इंद्रधनुष झंडे का उपयोग सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया में शुरू हुआ, लेकिन अंततः दुनिया भर में एलजीबीटी अधिकार कार्यक्रमों में आम हो गया।
आयोजको ने अपने इस रचनात्मक प्रस्तुति से समाज मे व्याप्त रूढ़ियों पर प्रहार करते हुए लोगों से अनुरोध किया कि जिस तरह से हम अपने जीवन में सभी रंगों को, सभी फूलों को और प्रकृति के बनाए हर रचना को स्वीकार करते ही हैं तो बनारस के लोग अलग यौनिकता और लैंगिक पहचान रखने वालों का भी सम्मान और स्वीकार्यता होनी चाहिए इसी जागरूकता को लाने के उद्देश्य से बनारस क्वीयर प्राइड लगातार आयोजन कर रहा है और इसी क्रम में क्वीयर समुदाय के प्रति समाज मे स्वीकार्यता की इस मुहिम को जारी रखने के प्रति अपने संकल्प को दोहराया।
फ्लैश मॉब में प्रमुख रूप से नीति, शुभ, शिवांगी, दीक्षा, मीनाक्षी, अनुष्का, अनन्या, अनामिका, जानवी, आर्यन, अनुज, अश्विनी, अनन्या मैथी, दिव्यांक, , परिक्षित, मैत्री , मूसा और रणधीर आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे