लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने विधानभवन सचिवालय में स्वच्छता ही सेवा अभियान के अन्तर्गत ‘हमारा स्वच्छ सचिवालय’ अभियान की शुरुआत की।
अपने संबोधन में उन्हांेनेे कहा कि स्वच्छता एक अच्छी आदत है, जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाती है। हमारे शरीर के लिए स्वच्छता बहुत जरूरी है। यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। स्वच्छता स्वयं की जिम्मेदारी होनी चाहिए। हम सभी को अपने कार्यालय को स्वच्छ रखना चाहिए। जब आप स्वच्छ होंगे तभी स्वस्थ, समर्थ और सशक्त होंगे।
उन्होंने सचिवालय कर्मियों से अपील करते हुए कहा कि विधानभवन के अंदर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करें। प्लास्टिक हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है, ये जाने बिना ही कि इससे पर्यावरण के साथ-साथ हमारी सेहत को कितना नुकसान हो रहा है। सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं होना चाहिए। विधानभवन के अंदर अगर कोई भी कर्मी प्लास्टिक फेंकता हुआ नजर आए, तो उससे जुर्माना लिया जाए। विधानभवन सचिवालय के अंदर जगह-जगह पर कूड़ेदान रखें जाएं और लोग इनका इस्तेमाल करें।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रदेश के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों, कार्यालय, बाजारों में माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर एक तारीख, एक घंटा स्वच्छता के लिए श्रमदान अभियान चलाया गया। साथ ही 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस अभियान में आम जनमानस ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है।
उन्होंने कहा कि हमारा यह सामूहिक प्रयास राष्ट्रपिता बापू को उनकी जयंती की पूर्व संध्या पर स्वच्छांजलि होगी। हर प्रदेशवासी अपने आस-पास के परिवेश में साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए श्रमदान कर रहा है। श्रमदान हम सभी का नागरिक कर्तव्य है। हमारा प्रदेश स्वच्छ हो, हम सभी स्वस्थ रहें, इसके लिए हमें स्वच्छता को अपनी आदत बनानी होगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव नियुक्ति, कार्मिक एवं कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन के. रविन्द्र नायक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।