सही पोषण,देश रोशन’’ के तहत पूर प्रदेश में केंद्रीय संचार ब्यूरो चला रहा है अभियान

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पोषण माह के अंतर्गत 2 अक्टूबर को होगा स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण,
लखनऊ के सराय शहजादी ग्राम पंचायत में लोगो से रुबरु हुये पोषण एक्सपर्ट
“कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर”: विजय कुमार

लखनऊ/ वर्तमान पोषण माह 2022 के दौरान,केंद्रीय संचार ब्यूरो,लखनऊ द्वारा उतर प्रदेश के विभिन्न जिलो में  बच्चों, किशोरियों गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं में पोषण को लेकर एक विशेष अभियान ‘’सही पोषण,देश रोशन’’ चलाया जा रहा है।इसी क्रम में लखनऊ के सरोजनी नगर के सराय शहजादी ग्राम पंचायत में में खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुभारम्भ पीआईबी के अपर महानिदेशक श्री विजय कुमार,केंद्रीय संचार ब्यूरो के संयुक्त निदेशक श्री मनोज वर्मा ,मुख्य अतिथि अंकुर ,पधान प्रतिनिधि,विशिष्ट अतिथि नीरज कुमार गुप्ता प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ केद्र और केजीएमसी की वरिष्ठ डायटिशियन डा.शालिनी श्रीवास्तव ने द्वीप प्रज्जवलित कर की।
विशेष जनजागरुकता अभियान के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अंकुर ने कहा कि आयरन की कमी होने और बाद में आयरन की कमी के साथ एनीमिया होने में आहार संबंधी आदतें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हांलाकि आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया सबसे आम रूप है ।उन्होंने कहा कि आहार परिवर्तन के माध्यम से इसका इलाज करना अपेक्षाकृत आसान है। आहार में सुधार/सुदृढ़ीकरण/विविधीकरण के माध्‍यम से आयरन की मात्रा बढ़ाने के लिए आहार आधारित दृष्टिकोण और स्वच्छ वातावरण का प्रावधान महत्वपूर्ण स्थायी रणनीतियाँ हैं जिनसे सामान्य आबादी में आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया को रोका जा सकता है।
विशिष्ट अतिथि नीरज कुमार गुप्ता जी ने कहा कि “कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर” पर विशेष बल दिया।
अपर महानिदेशक विजय कुमार ने कहा कि ‘पोषण केंद्रित जन आंदोलनों’ ने मार्च 2018 में पोषण अभियान की शुरुआत के बाद से देशभर में लोगों को जागरूक करने में महती भूमिका निभाई है।उन्होंने कहा कि  अब तक ऐसे आठ जन आंदोलन – मार्च तथा सितंबर में चार पोषण पखवाड़े तथा पोषण माह सफलतापूर्वक आयोजित किये गये। नौवां जन आंदोलन पोषण माह 2022 के रूप में आयोजित हुआ, जो इस समय चल रहा है। श्री कुमार ने कहा कि प्रमुख विषयवस्तुओं में पहले 1000 दिनों की महत्ता, पोषण के पांच सूत्र, बढ़त की निगरानी, रक्ताल्पता की रोकथाम, आयुष का एकीकरण, खान-पान विविधता तथा पारंपरिक स्वदेशी पाक-कला आदि शामिल हैं।

वरिष्ठ डायटिशियन डा.शालिनी श्रीवास्तव ने इस अवसर पर बताया कि एनीमिया की रोकथाम और उपचार के लिए देश भर में  टी3 शिविर (टेस्‍ट, ट्रीट, टॉक), आईएफए वितरण, सेमिनार, एनीमिया के लिए आयुष, वेबिनार, प्रश्नोत्तरी और खाना बनाने की विधि प्रतियोगिता, पारंपरिक खाद्य प्रथाओं, जागरूकता रैलियों जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
 केंद्रीय संचार ब्यूरो के संयुक्त निदेशक मनोज वर्मा ने कहा कि देश में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने आयुष मंत्रालय के साथ मिलकर पोषण पखवाड़ा, 2022 के दौरान कुल 12.77 लाख गतिविधियों का आयोजन किया ।उन्होंने कहा कि पोषण अभियान के तहत, सामुदायिक जुड़ाव, लाभार्थियों के सशक्तिकरण और बेहतर पोषण की दिशा में व्यवहार परिवर्तन के लिए व्‍यवस्‍था क्रम को मजबूत करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं, जिसके लिए अभियान आंगनवाड़ी केन्‍द्रों में समुदाय आधारित कार्यक्रम (सीबीई) आयोजित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

पीआईबी के उपनिदेशक डा.एम.एस. यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय पोषण माह 2022 के दौरान ‘स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा’ 22 सितंबर, 2022 को आंगनवाड़ी केंद्रों पर आयोजित की जाएगी।उन्होंने कहा कि  प्रदेश में राष्ट्रीय पोषण माह 2022 का आयोजन मुख्यमंत्री, श्री योगी आदित्यनाथ जी की अध्यक्षता में पिछले सप्ताह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में 3 बच्चो का अन्नप्राशन एवं दो गर्भवती महिलाओं की गोद-भराई की गई। इसके उपरांत देश के 199 आंगनवाड़ी केंद्रों का शिलान्यास तथा 501 आंगनवाड़ी केंद्रों का लोकार्पण किया ।श्री यादव ने कहा कि  राज्य के बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा विकसित आंगनवाड़ी विभाग कार्यकर्ताओं की क्षमता वर्धन तथा गृह भ्रमण में परामर्श की गुणवत्ता हेतु “सक्षम” पोषण मैनुअल का भी विमोचन किया गया।इस मौके पर आयुष विशेषज्ञ डा. वशीम शाह, समाजसेवी जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।

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