बीजपुर । एनटीपीसी रिहंद द्वारा “एक दिन सामज के लिए – मेरा गांव,
मेरा अभिमान” कार्यक्रम की शुरुआत रविवार को किया गयी। कार्यक्रम का आयोजन
नैगम सामाजिक दायित्व के अंतर्गत किया गया। एक दिन सामज के लिए – मेरा गांव, मेरा अभिमान” कंपोजिट स्कूल सेंदुर में आयोजित किया गया जिसका उद्घाटन परियोजना प्रमुख (रिहंद) पंकज मेदीरत्ता और अध्यक्षा (वर्तिका महिला मण्डल समिति) श्रीमती अनीता मेदीरत्ता नें दीप प्रज्ज्वलित कर परंपरागत रूप से किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य प्रति माह में एक रविवार को सामाजिक जिम्मेदारी, सामुदायिक कल्याण एवं परियोजना से प्रभावित गावों और आस पास के क्षेत्रों और वहाँ के निवासियों के उत्थान के लिये अपना एक दिन समर्पित करना है। इसके तहत समाज मे साफ सफाई के महत्व, अच्छे स्वास्थ्य, स्वछ पर्यावरण और अपने आस पास के लोगों को शिक्षा के प्रति
जागरूक करना, साथ ही साथ जरूरत मंद बच्चों एवं ग्रामीणो को विभिन्न उपयोगी वस्तुएँ वितरित करना समिलित है।
एनटीपीसी रिहंद के नैगम सामाजिक दायित्व के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में ग्राम सेंदुर के लोगों को ठंड से निजात दिलाने हेतु कंबल, हाइजीन किट का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान आयुर्वेदिक शिविर लगाया गया एवं मुख्य चिकित्साधिकारी (रिहंद) डॉ मोनिषा कुलश्रेष्ठा नें स्वच्छता पर बल देते हुए विशेष वार्ता द्वारा लोगों को स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के महत्व के बारे में समझाया।
एनटीपीसी रिहंद के कर्मचारियों, वर्तिका महिला मण्डल समिति कि सदस्याओं और कार्यकारी प्रशिक्षुओं द्वारा कंपोजिट स्कूल सेंदुर के बच्चों को विभिन्न खेल खिलाए गए और क्रिकेट एवं स्पोर्ट्स किट का वितरण भी किया गया जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।
उपस्थित बच्चों के पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नाश्ते और भोजन के पैकेट भी वितरित किए गए।परियोजना (रिहंद) के प्रमुख श्री पंकज मेदीरत्ता ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई और सामुदायिक कल्याण हेतु ” एक दिन सामज के लिए – मेरा गांव, मेरा अभिमान” जैसी पहल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने उपस्थित लोगों, विशेष रूप से बच्चों के साथ
उत्साहपूर्वक बातचीत की, अंतर्दृष्टि साझा की और उन्हें एक उज्जवल भविष्य की आकांक्षा करने के लिए प्रोत्साहित किया। सम्बोधन कि अगली कड़ी में पंकज मेदीरत्ता ने कहा कि, हमारी प्रतिबद्धता बिजली प्रदान करने से कहीं अधिक है;
हमारा उद्देश्य लोगों के जीवन को सशक्त बनाना है और इनके सतत विकास के प्रयासों को बढ़ावा देना है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाप्रबंधकगण, अपर महाप्रबंधकगण, विभिन्न विभागों के विभागध्यक्षगण, वर्तिका महिला मण्डल की पदाधिकारी महिलाएं, ग्रामीण एवं स्कूल के विद्यार्थीगण उपास्थि रहे।