गाँव के विकास का धन गमन और अनियमितता के मामलों में शहाबगंज,सकलडीहा के दो ग्राम पंचायत अधिकारी निलंबित
चंदौली।(रविन्द्र प्रताप सिंह) सरकारी धन का गमन व दुरुपयोग करने वाले जनपद के दो सेकेट्रियों का निलंबन किया गया है गाँवों के विकास के लिए सरकार कटिबद्ध है और पर्याप्त धन भी मुहैया करा रही है सरकार की मंशा के विपरीत कार्य करने वाले कर्मचारी कदापि बक्से नहीं जाएंगे। उक्त बातें जिला पंचायत राज अधिकारी ब्रह्मचारी दूबे ने हमारे विशेष प्रतिनिधि से बातचीत के दौरान कहा। उन्होंने कहा कि शहाबगंज ब्लॉक में तैनात रहे ग्राम पंचायत अधिकारी विकास सिंह द्वारा बेन, खरौझा एवं बडौरा गांवो मे विकास कार्य नही कराकर उन रुपयों का बंदरबांट कर लिया यह शिकायत मिलते ही विकास सिंह को वहां से निलंबित किया गया। विकास सिंह बेन गांव में निवर्तमान ग्राम प्रधान के साथ मिलीभगत कर शौचालय नही बनवाया जिसकी धनराशि 19 लाख रुपए का गमन किया इन रूपयों की वसूली के लिए कार्रवाई शुरू की गई तो विकास सिंह कोर्ट चला गया। कर्मचारी की कमी देखते हुए विकास सिंह की तैनाती एक बार फिर सकलडीहा ब्लाक में की गई परंतु वहां भी खोर गांव में हैंडपंप रिबोर के रुपए सहित नाली निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया मामला प्रकाश में आते ही विकास सिंह को एक बार पुनः निलंबित कर दिया गया है।
सकलडीहा में आवंटित उनके सभी ग्राम पंचायतों को अन्य ग्राम पंचायत अधिकारियों में आवंटित कर दिया गया है। डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि इसी प्रकार शहाबगंज मे एक और तैनात सेक्रेटरी चंद्रबली को भी अनियमितता के आरोप में निलंबित किया गया है। चंद्रबली ने मुसहर जाति के अपात्र लाभार्थियों में मुख्यमंत्री आवास का आवंटन कर दिया था। बताया जा रहा है की मुसहर जाति के लाभार्थी शिवानी, तीजा और गरीबन का सत्यापन किए बगैर ही उन्हें मुख्यमंत्री आवास का आवंटन किया गया है जो अपात्र हैं। ऐसे किसी भी ग्राम पंचायत अधिकारी को छोड़ा नहीं जाएगा जिसकी शिकायत जनता से मिल रही है। उन्होंने कहा कि ग्राम चौपाल लगाकर जिला प्रशासन सरकार की योजना का प्रचार प्रसार कर रहा है ताकि अधिक से अधिक जनता जागरुक होकर उसका लाभ ले सके और गावों में अगर कोई अनियमितता हो रही है तो वह सामने आ सके।