सुंदरगढ़।ठोस प्रयास और सख्त अनुवर्ती कार्रवाई के बाद, बोलानी भविष्य निधि ट्रस्ट को 1 जनवरी, 2025 से राउरकेला इस्पात संयंत्र के हिंदुस्तान स्टील लिमिटेड अंशदायी भविष्य निधि (एचएसएलसीपीएफ) के साथ विलय करने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त, नई दिल्ली से मंजूरी मिल गई है। दोनों ट्रस्टों के विलय के लिए व्यापक रोडमैप पर चर्चा करने के लिए, 18 दिसम्बर 2024 को वित्त एवं लेखा विभाग के ‘चिंतन’ सम्मलेन कक्ष में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें दोनों ट्रस्टों के सभी ट्रस्टियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) और एचएसएलसीपीएफ ट्रस्ट के अध्यक्ष ए के बेहुरिया ने जोर देकर कहा कि “हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि यह परिवर्तन हमारे सभी कर्मचारियों के लिए सुचारू और लाभकारी हो। संसाधनों को मिलाकर, हमारा लक्ष्य अपने कर्मचारियों की दीर्घकालिक बचत के लिए और भी अधिक सुरक्षा और विकास प्रदान करना है”। उन्होंने यह भी कहा कि विलय से वित्तीय स्थिरता में सुधार होगा, भविष्य निधि लाभार्थियों को बेहतर रिटर्न मिलेगा और प्रशासनिक दक्षता में वृद्धि होगी।
विलय के लिए एक व्यापक नक्षा पथ योजना (रोडमैप) पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें परिचालन के निर्बाध परिवर्तन और वैधानिक आवश्यकताओं के पालन को सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। बैठक में बोलानी अयस्क खदान के कर्मचारियों के लिए विलय के बाद की व्यवस्था पर भी चर्चा की गई। इस बात पर जोर दिया गया कि विलय से कर्मचारियों को कोई असुविधा नहीं होगी और उनकी भविष्य की सुविधा प्राथमिकता रहेगी।