‘मेरी माटी मेरा देश’, ‘माटी का नमन वीरों का बंदन’ का हुआ आयोजन

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*वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी पत्नियों को सम्मानित किया गया*

*विभिन्न स्थलों से लाई गई मिट्टी को हाथ में लेकर पांच प्रण की शपथ ली गई*

 वाराणसी। नेहरू युवा केंद्र, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार, सीआरपीएफ, एयर फोर्स के संयुक्त तत्वावधान में घनश्याम सिंह पीजी कॉलेज, लालपुर में ‘मेरी माटी मेरा देश’, ‘माटी का नमन वीरों का बंदन’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ,एयर फोर्स, नेहरू युवा केंद्र के स्वयं सेवक, विद्यालय के बच्चों द्वारा झंडारोहण के पश्चात विभिन्न स्थलों से लाई गई मिट्टी को हाथ में लेकर पांच प्रण की शपथ ली गई। तत्पश्चात अमृत कलश में एकत्रित किया गया। विद्यालय परिसर में अमृत वाटिका की स्थापना शहीदों के परिजन उनकी वीर नारियों के द्वारा पौधारोपण कर किया गया।

  सभाकक्ष में माटी का नमन एवं वीरों का बंदन कार्यक्रम में शहीद सीआरपीएफ जवान स्वर्गीय राम अवध की पत्नी राधिका देवी, स्वर्गीय विनोद कुमार की पत्नी उषा देवी, स्वर्गीय राजेश कुमार की पत्नी इंदु देवी एवं कारगिल कारगिल युद्ध के दौरान दुश्मनों की गोली से घायल हुए जवान अजय सिंह को सम्मानित किया गया।

    सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए नागेश्वर सिंह प्रबंधक ने कहा कि सभी एक ही मिट्टी में पैदा हुए हैं वह हम सभी के लिए पूजनीय है। मातृभूमि की रक्षा में वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान देकर देश की सुरक्षा का दायित्व निभाकर अपनी माटी का कर्ज तो तो चुका दिया किंतु अब हम सभी को दिए गए दायित्व का बखूबी निर्वहन कर माटी का कर्ज चुकाना हैl सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडर विनोद कुमार सिंह ने कहा कि हम जवानों के सर्वोच्च बलिदान को नमन करते हैं lमेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का उद्देश्य देशवासियों में शहीदों की शहादत को नमन करना है और भविष्य में आजादी के परवानों से उदाहरण लेकर अपने जीवन में आत्मसात करना है। आज हम स्वतंत्रता की सांस इसलिए ले रहे हैं कि हमारे जवान प्रतिपल सीमा एवं जनता की सुरक्षा में लगे रहते हैं जिन्हें खुद पता नहीं कि अगले पल दुश्मन की गोली का कब शिकार हो जाए lउन्होंने समापन भाषण में कहा कि शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले-वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा ।

     भारतीय वायुसेना के वांट ऑफिसर करतार सिंह ने कहा कि मिट्टी अपने आप में शरीर होती है। मिट्टी मैं मिलने से पहले हमारा कर्तव्य है कि जीते जी इस कर्ज को चुका दें। इसके पूर्व नेहरु युवा केंद्र वाराणसी के उपनिदेशक कपिल देव ने सभी का स्वागत किया तथा मेरी माटी मेरा देश तथा माटी का नमन वीरों का बंधन कार्यक्रम की अवधारणा पर विस्तृत प्रकाश डाला। संचालन सुनील मिश्रा प्रवक्ता ने किया तथा नेहरू युवा केंद्र के लेखा एवं कार्यक्रम सहायक सुभाष चंद्र प्रसाद ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉक्टर पी एस बसाक, संजीव सिंह प्रशासक, सीआरपीएफ, एयर फोर्स के जवान, नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक, विद्यालय के छात्र, शिक्षक गण उपस्थित थे।

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