बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापित
दुद्धी, सोनभद्र। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीद दिवस पर दुद्धी ब्लाक क्षेत्र के नगवा में आदिवासी समाज के गुमनाम सुराजियो की शहादत एवं आदिवासी महासम्मेलन का आयोजन मंगलवार को किया गया।इस दौरान मुख्य अतिथि एमएलसी श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह ने आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा का अनावरण व लोकार्पण के उपरांत शहीद स्तंभ व गांधी प्रतिमा का पुजार्चन किया और मशाल जुलूस जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान सैकड़ो की संख्या में आदिवासी समाज के लोगो ने स्वतंत्रता संग्राम में गुमनाम सुराजी रहे नगवा गांव के सुखलाल खरवार,जगरनाथ खरवार,जोधा पनिका व शनिचर खरवार सहित अन्य गांव के पूरन खरवार,जगरनाथ, राजन चौधरी खरवार,नन्दलाल,चिंतामणि खरवार आदि के नाम से बने प्रस्तर स्तम्भ पर पूजार्चन व माल्यार्पण किया।
कार्यक्रम में आदिवासी व अन्य समाज के उत्कृष्ट कार्यों को करने वाले विभूतियों को अतिथियों द्वारा अंगवस्त्रम भेंट कर माल्यार्पण कर उन्हें सम्मानित किया गया।
इस दौरान गुमनाम सूराजियो के परिजनों ने अपने अपने घरो से मशाल जलूस लेकर कार्यक्रम में पहुंचे। आदिवासी नेता फौजदार फरस्ते ने मुख्य अतिथि को गोंडीय धर्म का कैलेंडर व स्मृति चिन्ह भेट कर स्वागत किया।कार्यक्रम के दौरान विभिन्न वक्ताओ ने आदिवासी समाज के उत्थान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एमएलसी विनीत सिंह ने कहा कि आदिवासियों को बाल अपराध, बाल विवाह,बाल श्रम जैसे कार्यों से परहेज करना चाहिए।उन्होंने बिरसा मुंडा के योगदान पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम का आयोजन ग्राम स्वराज समिति के सचिव महेशानंद भाई ने किया।
इस दौरान ब्लाक प्रमुख राबर्ट्सगंज अजीत रावत, दुद्धी प्रतिनिधि राजन चौधरी,पूर्व मंडल अध्यक्ष मनोज सिंह, चेयरमैन कमलेश मोहन, देवनारायण खरवार,धीरज सिंह,गोपाल सिंह,शेषनाथ,श्रवण गौड़,भीम सिंह,शिवप्रसाद सहित अन्य मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर गौरव,हरिकिशुन खरवार व दिलीप पांडेय ने संयुक्त रूप से किया।
52 धर्माचार्यों ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा का कराया स्थापना
नगवा गांव में आदिवासियों के भगवान बिरसा मुंडा के मूर्ति की स्थापना गोंडी धर्म के रितिरिवाजो से 52 धर्माचार्यों ने आदिवासी महासंघ के जिलाध्यक्ष फौजदार सिंह फरस्ते के नेतृत्व में किया। इस दौरान धर्माचार्य अनिल सिंह पोया ने अपने सहयोगी धर्माचार्यों के साथ घंटो पूजा पाठ किया।