01 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य की प्राप्ति में कृषिमहत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, यह उ0प्र0 की ताकत भी है: मुख्यमंत्री
प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर बनाने में राज्य में मौजूद वॉटर वेज़, एयरवेज़, सड़कों और एक्सप्रेस-वेज़ का नेटवर्क बहुत मददगार साबित होगा
पर्यटन क्षेत्र में रोजगार सृजन की असीमित सम्भावनाएं उ0प्र0 को पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप मेंस्थापित करने में प्रयागराज कुम्भ-2019 ने बड़ा योगदान दिया
लखनऊ:– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां लोक भवन में UP@$1Trillion economy प्रस्तुतीकरण का अवलोकन करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में यह लक्ष्य हासिल करने की पूरी क्षमता मौजूद है। उत्तर प्रदेश में दक्ष एवं कुशल जनशक्ति उपलब्ध है। हमारा राज्य प्राकृतिक संसाधनों से भी परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पिछले 02 सालों से कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों के बावजूद राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने में सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 01 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करना होगा। उन्होंने कहा कि निवेश ऐसा होना चाहिए, जिससे व्यापक स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित हों। उत्तर प्रदेश को अगले पांच साल में 01 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए एक टीम गठित कर समन्वित प्रयास करने होंगे। साथ ही, आगामी 05 वर्षों में 05 करोड़ रोजगार के अवसर भी सृजित करने होंगे, ताकि उपलब्ध मैनपावर का उपयोग इस लक्ष्य को हासिल करने में किया जा सके। इस कार्य के लिए सभी को टीम भावना के साथ अपने-अपने दायित्वों का निर्वाह करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए सेक्टर्स को चिन्हित करते हुए तद्नुसार मैनपावर तैयार करनी होगी। इस लक्ष्य की प्राप्ति में कृषि महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह उत्तर प्रदेश की ताकत भी है। इसलिए कृषि को लोगों के आर्थिक स्वावलम्बन का आधार बनाना होगा। फूड प्रोसेसिंग सेक्टर पर फोकस करना होगा। परम्परागत खेती को तकनीक से जोड़ते हुए उत्पादकता बढ़ानी होगी। इसके लिए किसानों की कृषि सम्बन्धी गतिविधियों को विज्ञान से जोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि कृषि से सम्बन्धित गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा बड़ी संख्या में एफ0पी0ओ0 का गठन किया गया है। कृषि उत्पादों की स्टोरेज के लिए पूरे प्रदेश में कोल्ड चेन स्थापित की जा रही है। समाज में हर्बल प्रोडक्ट्स की काफी मांग है। ऐसे में आयुष डॉक्टर कृषकों के साथ मिलकर जड़ी-बूटियों की खेती को वैज्ञानिक तरीके से आगे बढ़ाते हुए इसे लाभप्रद बना सकते हैं। इनसे बने उत्पादों का उपयोग वे स्वयं द्वारा स्थापित वेलनेस सेण्टरों में कर सकते हैं। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित हो सकता है। प्रदेश में लागू की गई प्रोक्योरमेण्ट पॉलिसी का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 2017 से पहले राज्य में ऐसी कोई पॉलिसी नहीं थी, परन्तु राज्य सरकार द्वारा विगत पांच वर्षों में यह पॉलिसी लागू कर इस समस्या का समाधान किया जा चुका है। आज प्रदेश के दलहन, तिलहन, गन्ना, गेहूं, धान तथा आलू किसानों को एम0एस0पी0 का लाभ मिल रहा है। इस कारण आज उत्तर प्रदेश में कृषि उत्पादकता में बढ़ोत्तरी हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की इकोनॉमी को 01 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने में कृषि के साथ-साथ टेक्सटाइल सेक्टर महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। इस सेक्टर में भी रोजगार की अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए असेम्बली और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर फोकस करते हुए प्रदेश को इनका हब बनाना होगा। इस कार्य में प्रदेश में मौजूद वॉटर वेज़, एयरवेज़, सड़कों और एक्सप्रेस-वेज़ का नेटवर्क बहुत मददगार साबित होगा। आर्थिक गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में सभी महत्वपूर्ण सेक्टरों में रोजगार सृजित करने होंगे, ताकि लोगों को स्वावलम्बी बनाया जा सके। सेवा क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोजगार सृजित करने होंगे। पर्यटन क्षेत्र में रोजगार सृजन की असीमित सम्भावनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के पहले जहां उत्तर प्रदेश पर्यटन में तीसरे नम्बर पर था, आज राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश इस क्षेत्र में नम्बर एक राज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने में प्रयागराज कुम्भ-2019 ने बड़ा योगदान दिया है। प्रदेश में धार्मिक पर्यटन, ईको टूरिज्म, हेरिटेज टूरिज्म, वाइल्ड लाइफ टूरिज्म इत्यादि की असीमित सम्भावनाएं मौजूद हैं। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित हो सकता है। बिहार तथा झारखण्ड राज्यों एवं पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से बड़ी संख्या पर लोग पर्यटन के अलावा खरीदारी और इलाज के सिलसिले में उत्तर प्रदेश आते हैं। इस तथ्य पर ध्यान केन्द्रित करते हुए पर्यटक सुविधाएं सृजित करते हुए बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन किया जा सकता है।