चहनियां चंदौली । बलुआ थाना क्षेत्र के प्रभुपुर गांव में शनिवार को दोपहर के बाद नींव में दबी ईंट को निकालते समय बगल की चहारदिवारी गिरने से ईंट निकाल रहे तीन मजदूर दब गये। चहारदिवारी गिरने की आवाज सुनकर जुटे आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना देते हुए दबे मजदूरों को निकाले लेकिन तब तक तीनों मजदूर दम तोड़ चुके थे। घटना की सूचना पाकर सायं काल जिलाधिकारी इशा दुहन , पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल, एसडीएम मनोज पाठक, सीओ राजेश राय, तहसीलदार डाक्टर बन्दना मिश्र, बीडीओ शशिकान्त पाण्डेय सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। वहीं नीवं खुदवा रहा संदीप यादव व उसके परिजन मौके से फरार हो गये।
प्रभुपुर गांव का संदीप यादव अपना नया घर बनवाने के लिए नींव खुदवा रहा था। जिसके लिए एक सप्ताह पूर्व से नींव खुदाई कार्य चल रहा था। पूरब दिशा की नींव पूरी तरह खोद कर मजदूर शनिवार को उत्तर दिशा की नींव खोद रहे थे। नींव में कुछ ईंट होने पर संदीप यादव ने मजदूरों से नींव को और गहरी करके सारी ईंट बाहर निकालने के लिए कहा।जिसपर मजदूर दोपहर बाद करीब दो बजे नींव को गहरा करके ईंट निकालने लगे कि बगल में रिटायर्ड प्रिंसिपल राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय नौगढ चन्द्रभान दुबे के मकान से लगायत करीब पांच वर्ष पूर्व निर्मित 70 फीट लम्बी 10 फीट ऊंची चहारदिवारी अचानक दक्षिण दिशा में पलट गयी। जिससे ईंट निकाल रहे तीन मजदूर राजेश कुमार (28 वर्ष) पुत्र दशरथ, सन्दीप राम (28 वर्ष) पुत्र घरभरन, चन्द्रभूषण राम (32 वर्ष) पुत्र फेंकू चहारदिवारी की ईंट से पूरी तरह दब गये। दीवार गिरने की भयंकर आवाज से किसी अनहोनी की आशंका से दौड़कर मौके पर पहुंचे ग्रामीण स्थिति देखकर अवाक रह गये। तत्काल पुलिस को सूचना देते हुए दबे मजदूरों को निकालने का उपाय करने लगे। इतने में पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे मोहरगंज चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी ने ग्रामीणों के साथ मिलकर मजदूरों को बाहर निकाला तब तक वे दम तोड़ चुके थे। घटना की सूचना पाकर मृत मजदूरों के गांव अमिलाई से पहुंचे परिजन और ग्रामीणों का करूण क्रंदन लोगों को बेहाल कर रहा था। मामले की गम्भीरता देखकर नींव खुदवा रहा संदीप यादव सहित उसके सभी परिवार जन घर छोड़कर फरार हो गये। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल सहित अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये। मौका देखकर अधिकारियों ने डीएम ईशा दुहन को अवगत कराया। डीएम के निर्देश पर खूदी नींव के पूरब तरफ स्थित भोला तिवारी के मकान में रह रहे लोगों को तत्काल बाहर निकलवाते हुए उन्हें अन्य जगह रहने के सुझाव दिये गए क्योंकि खुदी नींव के कारण वह मकान भी खतरे की जद में आ चुका है। घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया ।