तीन दिवसीय भव्य जनजातीय उत्सव 2.0 का हुआ समापन

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बीजपुर,। एनटीपीसी रिहंद में 06 से 08 फरवरी तक आयोजित जनजातीय उत्सव 2.0 का
समापन समारोह गुरुवार शाम को सोन शक्ति स्टेडियम में किया गया। मंगलवार की सायं शुरू जनजातीय
उत्सव 2.0 के अंतिम दिन के कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि परियोजना प्रमुख (रिहंद) पंकज मेदीरत्ता
एवं विशिष्ट अतिथि सह संगठन मंत्री सेवा कुंज आश्रम चपकी आनंद जी ने दीप प्रज्जवलन कर परंपरागत
ढंग से किया।
तीन दिन का भव्य जनजातीय उत्सव “विकसित जनजाति, विकसित भारत” की मूल मान्यता को ध्यान में रखते
हुए जनजातीय उत्सव 2.0 का आयोजन किया गया है। जिससे स्वदेशी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन को बल
प्रदान किया जा सके। जिसके अंतर्गत तीन दिन विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य प्रस्तुत किए गए। इस कार्यक्रम में
जितेंद्र मलिक निदेशक, तकनीकी /प्रचालन (एनसीएल), सह संगठन मंत्री सेवा कुंज आश्रम चपकी आनंद
जी , एसएचओ (बीजपुर) पंकज पाण्डेय आदि उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
यह “जनजातीय उत्सव” 2.0 एनटीपीसी रिहंद, लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान, उत्तर प्रदेश के
सहयोग से किया गया था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनजातीय संस्कृति की कलाएं, रीति- रिवाज व
परम्पराएँ जो देश की सांस्कृतिक धरोहर है, इसी के संरक्षण, संवर्धन एवं उत्थान के लिए ये भव्य जनजातीय
उत्सव 2.0 का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में मुख्य अतिथि ने उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुये कहा कि एनटीपीसी रिहंद
बिजली के साथ-साथ अपने नैगम सामाजिक दायित्व के तहत विभिन्न कल्याणकारी कार्य करता आ रहा है जो
परियोजना के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के आर्थिक, सामाजिक एवं सामुदायिक विकास के लिए बहुत
ही आवश्यक एवं लाभप्रद रहा है।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में ओड़ीशा का गोटिपूआ, राजस्थान का घूमर नृत्य, देहरादून का तांडी एवं
कठपुतली द्वारा रामायण की कथा प्रस्तुत की गयी जिसका दर्शकों ने जमकर आनंद उठाया। कार्यक्रम के अंत मे
सभी कलाकारों को अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया ।
जनजातीय उत्सव 2.0 में राजस्थानी एवं बिहारी व्यंजनों का स्वाद मेले में भ्रमण करने वाले दर्शकों ने चखा।
इसके अतिरिक्त मेले में विभिन्न जनजाति खाद्य एवं महुआ लड्डू, लोह एवं ढोक्करा शिल्प, लकड़ी एवं सुपाड़ी
खिलौने, आदिवासी जेवर, बांस शिल्प, कान्था, जामदानी कढ़ाई, तीर- धनुष तुम्बा शिल्प, मूँज से बनाई गयी
सुंदर कलाकृतियाँ, इत्यादि संबंधी स्टाल पर दर्शकों की काफी भीड़ देखी गई।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) देबदत्ता सिन्हा, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं
अनुरक्षण) संजय असाटी, महाप्रबंधक (प्रचालन) एसके श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) राजेश
नारायण सिन्हा, महाप्रबंधक (एडीएम) एसएस प्रधान, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) जाकिर
खान, सीएमओ रिहंद डॉ. मोनिषा कुलश्रेष्ठा, अध्यक्षा वर्तिका महिला मण्डल श्रीमती अनीता मेदीरत्ता, एवं
वर्तिका महिला मण्डल की अन्य पदाधिकारी महिलाएं एवं सदस्याएँ, केंद्र प्रमुख, सेवा कुंज आश्रम श्री कृष्ण
गोपाल जी, अन्य वरिष्ठ पदाधिकारीगण, विभिन्न यूनियन व एशोसिएशन के प्रतिनिधिगण आदि उपस्थित रहे।

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