पंडित कमलापति त्रिपाठी जी का चिन्तन और साहित्य वर्तमान पीढ़ी का पथ प्रदर्शक – ललितेशपति त्रिपाठी

Spread the love

वाराणसी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनेता, संपादकाचार्य एवं साहित्य सेवी तथा सार्वजनिक जीवन के क्षितिज पर एक प्रतिमान पुरुष की तरह आजीवन स्थापित रहे पूर्व मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी जी की 36 वीं पुण्य तिथि पर आज प्रातः  दस बजे  इंग्लिशिया लाइन स्थित उनके प्रतिमा पर उनके श्रद्धालू, समाजसेवी , राजनेता तथा अनेक महानुभावों ने श्रध्दापूर्वक पुष्पांजलि अर्पित किया और उनका पावन स्मरण किया ।

  इस अवसर पर उपस्थित लोंगों को संबोधित करते हुए पंडित जी के प्रपौत्र पूर्व  विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि
आज का सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन एक अजीब संक्रमण के दौर से गुजर रहा है  जहां ना तो कोई मर्यादा रह गई है और ना ही कोई गरिमा रह गई है। इस क्षेत्र में काम करने वाले तमाम लोग सत्ता की अंधी दौड़ में शामिल हैं जो जनसरोकार से कोसों दूर होते जा रहे हैं जिसके चलते आज के राजनेताओं को  पंडित जी के युग जैसा मान  सम्मान नहीं मिलता।  ऐसे समय में पंडित जी हम सबको बहुत  याद आते हैं  उनका  जीवन और उनके द्वारा लिखा साहित्य हमें सीखाता है कि किस तरह से सुचिता पवित्रता और जनोपयोगी  मूल्यों कि राजनीति करके भी देश और  समाज के लिये बहुत कुछ किया जा सकता है। पूर्व विधायक ने कहा कि जनविश्वास को अपनी तरफ मोड़ा जा सकता है ।  इस लिये उनको मानने और उनके चिन्तन को अपना कर सार्वजनिक जीवन जीने वाले हम सब को बिना विचलित हुए उनके चरण चिन्हों पर चलने का प्रयास करते रहना चाहिए कदाचित यही बाबू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
इस अवसर पर प्रमुख जनों में सर्वश्री विजय शंकर पाण्डेय , प्रजानाथ शर्मा, विजयशंकर मेहता , बैजनाथ सिंह, भूपेंद्र प्रताप सिंह, विजय कृष्ण राय अन्नू , डा0 जितेंद्र सेठ, प्रमोद श्रीवास्तव, डाक्टर  उमापति उपाध्याय,  सुशील  सिंह  बच्चा, मनोज चौबे,  विपिन मेहता, ,पवन खन्ना,  अशोक पाण्डेय, श्रवण गुप्ता, मिठाई लाल यादव आदि ने आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

Leave a Reply

Your email address will not be published.