अहरौरा, मिर्जापुर / मनरी बजने के साथ ही बेचूबीर का तीन दिवसीय मेला मंगलवार की भोर में संपन्न हो गया और लोग अपने अपने घरों को लौट गए। बेचूबीर बाबा के बंशज एव पुजारी ब्रज भूषण यादव लाठी लेकर लगभग एक किलोमिटर दूर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्नान के लिए जाते हैं वहां स्नान कर विभिन्न देवी , देवता, डीह, इत्यादि की पूजा करते हुए दौड़ते हुए चौरी पर चढ़ जाते हैं और श्रद्धा भाव से खड़े लाखों लोग बेचू वीर की जय कारा लगने लगते हैं ।
और पुजारी बेचू वीर की चौरी से लिपट लिपटकर हाथ में लाठी लिए कुछ देर तक विशेष पूजा करते हैं और मनरी बजता रहता है ।
पूजा के बाद चौरी के सामने खड़े श्रद्धालुओं को दर्जन भर वॉलिंटियर अक्षत का दाना प्रसाद रूप में देते हैं और चौरी के सामने अपनी तमाम मनोकामनाओं को लेकर खड़ी महिलाएं एव पुरुष प्रसाद लेकर अपने-अपने घरों को लौट जाते हैं ।और देखते ही देखते बेचूबीर का तीन दिवसीय मेला समाप्त हो जाता है ।और दिन के 10 बजे तक मेला स्थल पर सिर्फ दूर से आए श्रद्धालु एव दुकानदार ही दिखाई पड़ते हैं । बेचूबीर मेले के व्यवस्थापक एवं वंशज रोशनलाल यादव ने चौरी से ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से पुरी व्यवस्था को नियंत्रित करते हुए दिखाई पड़े ।