मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश स्टेट ब्राडबैंड कमेटी की बैठक आयोजित
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश स्टेट ब्राडबैंड कमेटी की बैठक आयोजित की गई। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश टेलीकॉम सेवाओं की पहुंच एवं विस्तार के मामले में अग्रणी रहा है। देश में 5 जी के लांच होने के बाद से टेलीकॉम सेक्टर में बड़ा परिवर्तन आएगा।
उन्होंने कहा कि सामाजिक एवं आर्थिक विकास की दृष्टि से हर गांव तक गुणवत्ता युक्त ब्रॉडबैंड सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही राज्य में ब्रॉडबैंड सेवाओं के विस्तार के लिए टॉवर लगाने एवं ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने के लिए एनओसी, भू-आवंटन सहित आवश्यक कार्यवाही को गति दी जाए। इससे संबंधित लंबित प्रकरणों का संबंधित विभाग शीघ्रता के साथ निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गांवों में ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने के लिए हर ग्राम पंचायत पर एक पब्लिक वाई-फाई एक्सेस प्वाइंट स्थापित किया जा रहा है। इस कार्य को गति देकर जल्द पूरा किया जाए।
बैठक में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त तथा अपर मुख्य सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स अरविंद कुमार, विशेष सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स अक्षय त्रिपाठी समेत सम्बन्धित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि मौजूद थे।
आम जनमानस को जल्द से जल्द स्वच्छ जल उपलब्ध कराने हेतु कनेक्शन उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लायी जाये – दुर्गा शंकर मिश्र
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में अटल मिशन फार रिजूवेशन एंड अर्बन ट्रांसफार्मेशन (अमृत) योजना के अन्तर्गत गठित राज्य स्तरीय उच्चाधिकार समिति की द्वितीय बैठक आयोजित की गई। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि अमृत 2.0 परियोजनाओं के निर्धारित लक्ष्य के अनुसार समानुपातिक वित्तीय एवं भौतिक प्रगति सुनिश्चित की जाए। इस योजना के माध्यम से लोगों को बुनियादी सुविधाएं जैसे जलापूर्ति, सीवरेज आदि जल्द से जल्द उपलब्ध करायी जायें। उन्होंने कहा कि अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत लोगों को जल्द से जल्द स्वच्छ जल उपलब्ध कराने हेतु कनेक्शन उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लायी जाये। उन्होंने कहा कि यह कार्य तभी पूर्ण हो सकता है जब कम खर्च के साथ बेहतर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए।
बैठक में अमृत 2.0 की राज्य स्तरीय तकनीकी समिति (एस.एल.टी.सी.) द्वारा अनुमोदित 31 परियोजनाओं का जल निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में अमृत 2.0 परियोजना के तहत सीवर एवं पेयजल की 31 परियोजनाएं संचालित हैं। इसके अलावा गोरखपुर में राप्ती नदी में गिरने वाले कटनिया-महेवा नाले के इंटरसेप्शन, डायवर्जन एवं ट्रीटमेंट के कार्यों की योजना तथा अमरोहा, औरैया, बदायूं, बहराइच, बिजनौर, एटा, इटावा, गाजियाबाद, हापुड़, हाथरस, कानपुर, लखनऊ, मऊ, मुरादाबाद, वाराणसी, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर में पेयजल योजना का कार्य तेजी से चल रहा है। बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात सहित अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारीगण आदि मौजूद थे।