किसी व्यक्ति के श्रेष्ठता का आधार धन नहीं अपितु मन की उदारता है-सत्यानन्द

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:-मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में आर.के नेत्रालय द्वारा आयोजित निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में 12 मरीजों के मोतियाबिंद का अद्यतन फेको विधि द्वारा हुआ आपरेशन एवं फोल्डेबल लेन्स का हुआ प्रत्यारोपण..

;-नये वर्ष की पूर्व संध्या पर जाने माने  नेत्र चिकित्सक डा.आर.के ओझा ने दिया सभी देशवासियों को नये वर्ष की शुभकामनाएं

सेमरा,चन्दौली। किसी को श्रेष्ठता का सौभाग्य उसके धन वैभव के आधार पर न तो मिल सकता है और न दिया जा सकता है। ऐसे हजारों उदाहरण संसार में पाये जा सकते हैं कि एक नौकर अपने उस मालिक से श्रेष्ठ हो, जिसने कि उचित अनुचित साधनों से प्रचुर धन कमाकर इकट्ठा कर लिया है, किन्तु उसका पैसा किसी के श्रेष्ठ काम में खर्च नहीं होता, जब कि नौकर अपनी अल्प कमाई में से भी कुछ अंश अपाहिजों की सहायता अथवा एक−आध भूखे को भोजन करा देने में खर्च करता हो।ये विचार व्यक्त किया मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष सत्यानंद रस्तोगी ने।

मौका था मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में आर.के नेत्रालय महमूरगंज वाराणसी द्वारा आयोजित निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर के आयोजन का।आज कुल 12 मरीजों का आपरेशन हुआ। डा.आर.के ओझा ने सभी कार्यकर्ताओं से नये वर्ष में और उत्साह पूर्वक सेवा कार्य कराने का संकल्प कराया। संचालन सुबाष विश्वकर्मा ने जबकि व्यवस्था सुमंत मौर्य ने सम्भाली। आभार जाने माने कवि राजेश विश्वकर्मा ने किया।

शिविर में प्रमुख रूप से,संजय कुमार सिंह, श्रीमति रीता पाण्डेय,अनीता विश्वकर्मा,पं.सुजीत तिवारी,पं.रामबोला तिवारी,राजेश सिंह,रामकुमार,आयुष,बिपिन,संतोष,पिंटू मौर्य, डा.राजीव रंजन,डा.इंशा आफताब,विवेक राय,अभय त्रिपाठी, सरिता, सुनीता,पंकज उपाध्याय,यश,प्रियंका, बबलू,निर्जला,अवधेश ओझा, इत्यादि लोग उपस्थित रहे।

   

   

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