वाराणसी/ बीएचयू परिसर में स्थित मालवीय शिशु विहार विद्यालय का वार्षिकोत्सव , ” प्रतिबिंब- हमारी संस्कृति ” शुक्रवार को विद्यालय प्रांगण में हर्षोल्लास से मनाया गया जिसमें विद्यालय के नन्हे बच्चों ने भारतवर्ष के विविध प्रातों की संस्कृति के समाहार को गीतों और नाटक के माध्यम से प्रदर्शित किया। वार्षिक उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में बी.एच.यू. के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर श्री अनुपम कुमार नेमा तथा कार्यकारी समिति के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम के शुभारंभ के बाद प्रधानाध्यापिका श्रीमती उर्मिला त्रिपाठी ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
तत्पश्चात कुछ छाया चित्रों के माध्यम से विद्यालय के गौरव में इतिहास की झलक दिखाई गई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सर्वप्रथम विद्यालय के सबसे छोटे बच्चों ने क्रमशः हिंदी और अंग्रेजी स्वागत गीतों पर अभिनय नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद एक कव्वाली के माध्यम से आज के समय की शिक्षक, अभिभावक तथा छात्रों की समस्याओं को गीत में पिरोकर प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात हमारे देश के “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना को दर्शाते हुए कुछ प्रांतीय लोक नृत्य और “यशस्वी भारत ” नामक नाटक का प्रस्तुतीकरण हुआ।
कार्यक्रम के अंत में वह दिन है कितना दूर नृत्य के माध्यम से बच्चे अपने सपनों को साकार करने की युक्ति में संलग्न दिखाए गए कार्यक्रम का समापन विद्यालय की उप प्रधानाध्यापिका श्रीमती संचित मुखर्जी के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।