सिंगरौली / सोनभद्र एनटीपीसी विंध्याचल ने अपनी वरिष्ठ नेतृत्व टीम के साथ एक प्रेरणादायक संवाद सत्र का आयोजन किया,जिसमें ई. सत्य फणि कुमार,कार्यकारी निदेशक (विंध्याचल) के नेतृत्व में ईटी(ET) -2023 बैच III के प्रतिभागियों ने भाग लिया।इस आयोजन ने एनटीपीसी विंध्याचल की युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को उजागर किया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और गूंजते एनटीपीसी गीत के साथ हुई,जिसने सत्र के लिए एक प्रेरणादायक माहौल तैयार किया।त्रिलोक सिंह, महाप्रबंधक (आर एल आई) ने स्वागत भाषण दिया,जिसमें उन्होंने कार्यपालक प्रशिक्षुओं को मूल्य निर्माता बनने और एनटीपीसी के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने निरंतर सीखने और जानबूझकर अभ्यास की महत्ता को रेखांकित करते हुए कार्यपालक प्रशिक्षुओं को विश्वस्तरीय पेशेवर बनने की प्रेरणा दी।
राकेश अरोड़ा, मानव संसाधन प्रमुख (विंध्याचल) ने एनटीपीसी विंध्याचल के ‘लोगों पहले’ दृष्टिकोण पर जोर दिया, जो सतत सफलता और एक प्रमुख कार्यस्थल बनाने के लिए नींव है। उनके विचारों में एनटीपीसी की नीति-आधारित पहलों के प्रति प्रतिबद्धता स्पष्ट थी। ए.जे. राजकुमार, महाप्रबंधक (मेंटेनेन्स और एडीएम) ने एनटीपीसी विंध्याचल में अपने संपूर्ण अनुभव को साझा किया, और कार्यपालक प्रशिक्षुओं को अपनी रुचियों को अन्वेषण करने और जीवनभर सीखने की प्रेरणा दी।
इसी तरह, राजशेखर पाला, महाप्रबंधक (प्रचालन) ने कार्यपालक प्रशिक्षुओं के छात्रों से कॉर्पोरेट पेशेवरों में बदलाव को एनटीपीसी के ऊर्जा क्षेत्र में गतिशील विकास से जोड़ते हुए समझाया। उन्होंने प्रशिक्षण काल को ज्ञान, सहयोग और विकास के अवसरों से भरी एक ऊर्जावान अवधि के रूप में प्रस्तुत किया। सुजय कर्माकर, महाप्रबंधक (ग्रीन केमिकल्स और बिजनेस एक्सीलेंस) ने नींव के वर्षों की महत्ता पर जोर देते हुए इसे ज्ञान और सीखने के लिए एक अनमोल समय बताया।
संजीब कुमार साहा, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) ने कार्यपालक प्रशिक्षुओंको एनटीपीसी विंधायचल की भविष्य के धरोहर रूप में सराहा और नवाचार, सहनशक्ति और ज्ञान को एनटीपीसी की उद्योग-नेतृत्व वाली प्रदर्शन का मुख्य कारक बताया। डॉ. बी.सी. चतुर्वेदी, मुख्य महाप्रबंधक(चिकित्सा) ने एनटीपीसी विंध्याचल में सभी क्षेत्रों में विकास और अवसरों को उजागर करते हुए कर्मचारियों के समग्र विकास को सुनिश्चित किया।
अपने संबोधन में, ई. सत्य फणि कुमार, कार्यकारी निदेशक (विंधायचल), ने कार्यपालक प्रशिक्षुओं को एक प्रतिष्ठित संगठन में शामिल होने के लिए बधाई दी, जो उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है। उन्होंने एनटीपीसी के 25% ऊर्जा उत्पादन योगदान और केवल 16% स्थापित क्षमता के साथ भारत की बिजली उत्पादन क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख किया और उन्हें एनटीपीसी की नीति का लाभ उठाकर तेज़ी से सीखने और संगठन की संस्कृति में समाहित होने का आह्वान किया।
इस आयोजन की खूबसूरती से मेज़बानी श्रीमती थोडेती वैष्णवी और श्रीमती सुरक्षा द्विवेदी ने की, जो ईटी-2023 बैच III से हैं। राघवेन्द्र प्रसाद, अपर महाप्रबंधक (आरएलआई) ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए इस आयोजन को आभार और प्रेरणा के साथ समापन किया।
यह संवाद सत्र एनटीपीसी विंध्याचल की निरंतर प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है, जिसमें उसने अपनी नई पीढ़ी के नेताओं को सशक्त बनाने और निरंतर विकास और नवाचार के वातावरण को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है।