वाराणसी के सुल्तानपुर (मॉडल विलेज) से स्कूली बच्चों ने एसटीपी दीनापुर स्कीम का किया भ्रमण
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गुरुवार को उनकी महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन की ‘हर घर जल योजना’ उस वख्त और खास हो गई जब यहां पहली ‘जल ज्ञान यात्रा’ का शुभारंभ हुआ। कक्षा 5 से लेकर 8 तक के स्कूली बच्चों ने इस जल ज्ञान यात्रा में उत्साह के साथ भाग लिया। गांव-गांव तक पहुंची जल सप्लाई की प्रक्रिया को अपनी नजर से देखा। योजना से लाभान्वित हुए गांव वालों से बातचीत की। ग्रामीणों के घरों तक पहुंची नल टोंटियों को खोल कर नन्हे हाथों से स्वच्छ पानी पीया और पानी पीने के बाद इन बच्चों ने मोदी जी और योगी जी को थैंक्यू बोलकर धन्यवाद भी दिया…।
गांव-गांव तक पेयजल की सप्लाई की जानकारी लेने और खुद नल से स्वच्छ जल पीकर स्कूली छात्र खुशी से झूमते नजर आए। उन्होंने योजना से संबंधी उत्सुकता भरे कई सवाल भी अधिकारियों से पूछे जैसे…..पानी सप्लाई गांव-गांव तक कैसे पहुुंचाई जा रही है ?, राज्य में कितने ग्रामीण परिवारों को नल से स्वच्छ पेयजल मिल चुका है?, यूपी में कितने ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन दिये जाने हैं ? आदि। अधिकारियों ने स्कूली बच्चों को उनकी ओर से पूछे गये सवालों के जवाब दिये। कुछ ऐसा नजारा वाराणसी में जल ज्ञान यात्रा के दौरान देखने को मिला। जब छात्र-छात्राओं ने जल जीवन मिशन से जुड़ी परियोजनाओं को नजदीक से देखा। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से जनपद वाराणसी में ‘जल ज्ञान यात्रा’ में छात्र-छात्राओं ने उत्सुकता के साथ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को करीब से देखा। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और यहां बनी पानी टंकी की कार्य प्रणाली भी समझी।
10 प्राथमिक स्कूल के लगभग 110 छात्र-छात्राओं ने जल ज्ञान यात्रा में भाग लिया।वाराणसी स्थित जल निगम कार्यालय से जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता राजीव कुमार ने जल ज्ञान यात्रा को हरी झंडी दिखाकर उसका शुभारंभ किया। जिसके तहत वाराणसी के चिरईगांव और चोलापुर ब्लॉक के 10 प्राथमिक स्कूल के लगभग 110 छात्र-छात्राओं का दल जल जीवन मिशन की परियोजनाओं के शैक्षिक भ्रमण पर निकला। जल जीवन मिशन के अधिकारियों व कर्मचरियों ने छात्रों को सुल्तानपुर (मॉडल विलेज) में पाइप वॉटर सप्लाई स्कीम और दीनापुर स्कीम के बारे में जानकारी दी।
*एफटीके प्रशिक्षित महिलाओं से मिल खिले बच्चों के चेहरे*
जल ज्ञान यात्रा के दौरान बच्चों ने अशुद्ध जल को स्वच्छ करने की पूरी प्रक्रिया को भी समझा। सुल्तानपुर में बच्चों ने एफटीके प्रशिक्षित महिलाओं और तकनीकी रूप से प्रशिक्षित युवाओं से भी बातचीत कर उनसे कई रोचक जानकारियां ली। इसके बाद छात्रों ने दीनापुर के एसटीपी गए। यहां तकनीकी कर्मचारियों ने एसटीपी की कार्य प्रणाली के बारे में बताया गया। पानी जांच के लिए प्रशिक्षित एफटीके महिलाओं से अशुद्ध जल को स्वच्छ करने की पूरी प्रक्रिया को समझा। इसे जानकार हमे पता चला कि स्वच्छ पेयजल हमारे शरीर के लिए कितना महत्वपूर्ण है। जल जीवन मिशन से गांव-गांव तक नल से स्वच्छ पेयजल मिलने लगा है। इससे ग्रामीण आबादी को काफी लाभ मिल रहा है। स्वच्छ पेयजल मिलने से उनके स्वास्थ्य में भी सुधार आ रहा है।