मुखौटा प्यार का लगाए हैं दरिंदे यहां, देखो तेरा दामन दागदार न हो जाए

गवईं परिवेश में जमी कविता की महफ़िल   नियामताबाद, चन्दौली/  ग्राम सभा महदिउर के पूर्णतः ग्रामीण परिवेश…