– समाज कल्याण मंत्री ने निदेशक को सौंपी थी जांच
– जिला समाज कल्याण अधिकारी रायबरेली को निदेशालय से सम्बद्ध किया
– उपनिदेशक लखनऊ मंडल मौके पर कर रहे हैं गहनता से जांच
लखनऊ- रायबरेली में समाज कल्याण विभाग की एडीओ (डलमऊ ब्लाक) प्रगति वर्मा द्वारा वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थियों से पेंशन स्वीकृत करने के बदले रिश्वत मांगने के मामले को विभागीय मंत्री असीम अरुण ने गंभीरता से लिया है। मंत्री के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग के निदेशक कुमार प्रशांत की जांच में प्रथम दृष्टया मामला सही पाया गया. जिसके बाद शुक्रवार को आरोपी एडीओ प्रगति वर्मा को निलंबित किया गया है. इसके साथ ही जिला समाज कल्याण अधिकारी रायबरेली वैभव त्रिपाठी को मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया है।
उपनिदेशक लखनऊ मंडल मौके पर समाज कल्याण मंत्री के निर्देश पर शुक्रवार को उपनिदेशक लखनऊ मंडल श्री आचिंत्य मणि भारती और जिला समाज कल्याण अधिकारी मुख्यालय अंजनी सिंह मौके पर पहुँच कर गहनता से जांच कर रहे हैं. शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों ने मौके पर पीड़ितों का बयान दर्ज किया. एडीओ पर आरोप है कि प्रति लाभार्थी 500-500 रुपयों की मांग कर रही थीं. नागरिक समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार सम्बन्धी कोई भी शिकायत ‘कल्याण साथी’ के हेल्पलाइन नंबर 14568 पर कर सकते हैं.।