ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अपर आयुक्त ने जलागम विकास कार्यक्रम का स्थलीय निरीक्षण किया

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*विकास खण्ड आराजीलाइन एवं सेवापुरी में आंशिक रूप से नियोजित है, महत्वाकांक्षी जलागम विकास कार्यक्रम*

 वाराणसी। जनपद में भारत सरकार की कृषि विभाग से सम्बन्धित महत्वाकांक्षी योजना जलागम विकास कार्यक्रम डब्ल्यूडीसी, पीएमकेएसवाई 2.0 संचालित है। वाराणसी में इस योजना का कार्यान्वयन कृषि विभाग के भूमि संरक्षण इकाई द्वारा किया जा रहा है। जनपद में दो परियोजनाये क्रमशः विकास खण्ड आराजीलाइन एवं सेवापुरी में आंशिक रूप से नियोजित है।

 परियोजना की निष्पादित कार्यों भूमि एवं जल संरक्षण कार्य आजीविका संवर्द्धन कार्य एवं उन्नत फसल पद्धति के कार्यान्वयन का स्थलीय निरीक्षण शनिवार को भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अपर आयुक्त डा० सी०पी०रेड्डी द्वारा किया गया। अपर आयुक्त द्वारा सेवापुरी ब्लाक के खरगूपुर गाँव में योजना के कार्यान्वयन की स्थलीय स्थिति देखी गयी, जहाँ पर उनके द्वारा आजीविका संवर्द्धन समूहों को योजना के बारे में बैठक कर तकनीकी जानकारी दिया गया तथा गाँव में ही माँ दुर्गा स्वयं सहायता समूह, शंकर भगवान स्वयं सहायता समूह तथा ब्रम्ह बाबा स्वयं सहायता समूहों के आजीविका संवर्द्धन अन्तर्गत ग्रामीण उद्योग कार्य दोना पत्तल निर्माण की इकाई का मौके पर अवलोकन कर कार्यकलापो की प्रशंसा की तथा और समूहों को जोड़ने का सुझाव दिया। उन्होंने योजनान्तर्गत ही उत्पादन प्रणाली के 15 लाभार्थियों को नैपसैक स्प्रेयर, हजारा व सब्जी के बीजों का मिनीकिट वितरित किया। तत्पश्चात् उत्पादन प्रणाली के लाभार्थी चन्द्रमा पटेल के नाडेप निर्माण का भूमि पूजन किया। इसके बाद जल संरक्षण के कार्यो जिसके अन्तर्गत सामुदायिक तालाब जीर्णोद्धार, रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग, प्राकृतिक नाला जीर्णोद्धार व अन्य भूमि संरक्षण के कार्यों का मौके पर स्थलीय निरीक्षण किया गया।

अपर आयुक्त के साथ संयुक्त कृषि निदेशक वाराणसी मण्डल एस०एन० दूबे एवं उप कृषि निदेशक (भू०सं०) वाराणसी मण्डल को भूमि संरक्षण अधिकारी अशोक कुमार यादव ने परियोजना से सम्बन्धित जानकारी दिया तथा उत्साह वर्धन किया। इस दौरान वरिष्ठ अपर आयुक्त ने वृक्षारोपण कर ग्रामीणों को पर्यावरण का संदेश भी दिया। बैठक में जलागम समूह बेसहूपुर, जलागम समिति हाथी के सभी सदस्य, स्वयं सहायता समूह की, महिलायें, उत्पादन प्रणाली के लाभार्थियों के साथ-साथ कृषि विभाग के समस्त क्षेत्रीय कर्मचारी आदि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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