यह कार्यक्रम वैश्विक मंच पर भारतीय व्यापार समुदाय को बढ़ावा देने और समर्थन करने के भारत सरकार के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हुआ
नई दिल्ली / सोर्सएक्स इंडिया का दूसरा संस्करण (17-19 जनवरी 2024) आज प्रगति मैदान, नई दिल्ली में संपन्न हुआ। यह आयोजन न केवल विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा देने में, बल्कि वैश्विक मंच पर भारतीय व्यापार समुदाय का समर्थन करने के भारत सरकार के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हुआ है। इस बड़े कार्यक्रम ने व्यापक स्तर पर भारतीय ब्रांडों को बढ़ावा देने में मदद की, जिसमें दुनिया भर के 30 से अधिक देशों के 100 से अधिक खरीदार शामिल हुए। एक गौरवशाली कार्यक्रम के रूप में आयोजित 3 दिवसीय प्रदर्शनी सह रिवर्स बायर सेलर मीट (आरबीएसएम) ने भारतीय प्रदर्शकों/निर्यातकों को अवसरों का लाभ उठाने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने ब्रांडों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न व्यापार समझौतों को अधिकतम करने में सक्षम बनाया। भारत में निर्मित विभिन्न प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं का प्रदर्शन कर रहे लगभग 150 भारतीय ब्रांडों ने खरीदारों और विक्रेताओं दोनों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। खरीदारों और विक्रेताओं दोनों ने भारतीय ब्रांडों के साथ व्यापारिक गठबंधन बनाने में गहरी रुचि दिखाई।
कार्यक्रम के समापन सत्र में सभा को संबोधित करते हुए, फियो के महानिदेशक और सीईओ डॉ. अजय सहाय ने कहा कि इस कार्यक्रम ने इकाई प्राप्ति के लिए ब्रांडेड उत्पादों और सेवाओं की अवधारणा को स्वीकार करने के अलावा, पैमाने का विस्तार करने और उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया। इस आयोजन ने विश्व स्तर पर गुणवत्ता वाले उत्पादों के अग्रणी आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की स्थिति को भी मजबूत किया है, क्योंकि दुनिया के एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता और प्रमुख वैश्विक निर्यात केंद्र के रूप में उभरने के लिए, देश में पर्याप्त क्षमता, संसाधन और इकोसिस्टम मौजूद है।
डॉ. सहाय ने दोहराया कि चूंकि भारत की विकास गाथा बरकरार है, इसलिए विनिर्माण को सकल घरेलू उत्पाद के 25% के स्तर तक ले जाना ही 2047 तक भारत को एक विकसित अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने की कुंजी है, जैसी परिकल्पना माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की है। फियो के महानिदेशक और सीईओ ने कहा, महत्वपूर्ण बात यह है कि इस तरह के आयोजन से प्राप्त जानकारी से गुणवत्ता और पैमाने को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि इस कार्यक्रम ने एसएमई पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारतीय ब्रांडों के लिए अपार संभावनाओं को सामने रखा और नई साझेदारियों का पता लगाने का एक अवसर प्रदान किया, जिससे भारतीय कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों की प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली।
समापन सत्र में भागीदार राज्यों, संगठनों और अन्य हितधारकों का समर्थन करने के अलावा विभिन्न श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में फरवरी 2025 में नई दिल्ली में आयोजित होने वाले सोर्सएक्स इंडिया के तीसरे संस्करण का शुभारंभ भी हुआ, जिसमें 300 से अधिक भारतीय कंपनियों/प्रदर्शकों और खरीदारों की भागीदारी की उम्मीद है।