प्रयागराज। ऑन -साइट साइट इमेरजेंसी प्लान का पूर्वाभ्यास किया गया।इस अवसर परएनटीपीसी से मो. इरशाद, ए. के. श्रीवास्तव , श्याम सिंह ऍफ़.एस.एस.ओ. रमई राम फायर स्टेशन सोरांव, अशोक कुमार मिश्र फायर स्टेशन सोरांव व उनका क्रू, वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक इफको फूलपुर संजय कुदेशिया, वरिष्ठ महाप्रबंधक संजय वैश्य जी (टेक्नीकल), श्रीमती अनीता मिश्रा संयुक्त महाप्रबंधक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं), पी0 के0 वर्मा संयुक्त महाप्रबंधक (यूरिया), शम्भू शेखर उप महाप्रबंधक (कार्मिक एवं प्रशासन), संजीव कुमार (मुख्य प्रबंधक अग्नि एवं सुरक्षा) व समस्त संयुक्त महाप्रबंधक / उपमहाप्रबंधक, एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।
आन साइट इमरजेंसी प्लान का पूर्वाभ्यास, अमोनिया स्टोरेज टैंक क्षेत्र में किया गया। इस पूर्वाभ्यास में अमोनिया स्टोरेज टैंक 2103 F के Control Valve EVM – 3501 के फ्लैंज में अमोनिया के रिसाव जैसी स्थिति को दर्शाया गया है। ड्रिल के अनुसार सर्व प्रथम अमोनिया स्टोरेज टैंक क्षेत्र के प्रचालक ने अमोनिया रिसाव की सूचना पाली प्रभारी (अग्नि एवं सुरक्षा) तथा पाली अभियंता (बैगिंग) को दी। घटना की सूचना मिलते ही पाली प्रभारी (अग्नि एवं सुरक्षा) ने अपने दल के साथ हवा के विपरीत दिशा से घटना स्थल पर पहुँच कर रिसाव को नियंत्रित करने की कार्यविधि चालू कर दी।
अमोनिया रिसाव को अनियंत्रित होते देख साइट इंसिडेंट कन्ट्रोलर अचल जौहरी जी ने मुख्य इंसिडेंट कन्ट्रोलर इफको फूलपुर वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक संजय कुदेशिया जी को आपात स्थिति के बारे में बताया। मेंन इंसिडेंट कंट्रोलर ने तुरंत पाली प्रभारी (अग्नि एवं सुरक्षा) को इमरजेंसी सायरन बजाने हेतु निर्देश दिया। सायरन के बजते ही समस्त संबंधित अधिकारी, अग्नि एवं सुरक्षा विभाग का दल, प्रबंधक, उप-प्रबंधक, (अग्नि एवं सुरक्षा) तथा समस्त वरिष्ठ अधिकारी गण घटना स्थल पर पहुँच गये। सारी कार्यवाही एक्शन प्लान के अनुसार, योजना बद्ध तरीके से करने लगे। अग्निश्मन दल ने हवा के विपरीत दिशा में अपने वाहनों को खड़ा करके ब्रीथिंग आपरेटस पहन कर दुर्घटना स्थल का दौरा किया और रिसाव की स्थिति को देखकर, मॉनिटर, टेंडर एवं ट्राली की मदद से उसे नियंत्रित करने के कार्य में जुट गये। इस दौरान अग्निश्मन एवं सुरक्षा विभाग के बचाव दल ने दुर्घटना क्षेत्र से एक दुर्घटना ग्रस्त मजदूर को निकाल कर चिकित्सा विभाग के एम्बुलेंस द्वारा उपचार केंद्र इफको तक पहुंचाने का कार्य किया।
एस0 एन0 पटेल मुख्य प्रबंधक ऑफसाइट अनुरक्षण व् उनकी टीम को वाल्व सही करने के लिए बुलाया गया और उन्होंने अग्नि एवं सुरक्षा की सहायता से बीए सेट व् गैस टाइट सूट पहन कर वाल्व को सही किया व् प्रचालक ऑफसाइट ने बीए सेट व् गैस टाइट सूट पहन कर वाल्व बंद किया जिससे अमोनिया का रिसाव बंद हुआ । जिसकी जानकारी साइट इंसिडेंट कंट्रोलर ने मेन इंसिडेंट कंट्रोलर श्री संजय कुदेशिया जी को दी । मेंन इंसिडेंट कंट्रोलर ने इमरजेंसी क्लियर का सायरन बजाने का निर्देश पाली प्रभारी अग्नि एवं सुरक्षा को दिया। इस दौरान साइट इंसिडेंट कन्ट्रोलर, बॉकी टॉकी द्वारा केंद्रीय नियंत्रण कक्ष में मेन इंसिडेंट कंट्रोलर को लगातार स्थिति की सूचना देते रहे।
क्लोजिंग मीटिंग में महाप्रबंधक संजय वैश्य जी, पी0 के0 वर्मा संयुक्त महाप्रबंधक (यूरिया),, आई० ओ०ए० महामंत्री स्वयं प्रकाश, डॉ अनिता मिश्रा जी, डॉ श्री सत्य प्रकाश जी, रत्नेश कुमार जी, अरुण कुमार उपस्थित हुए। मेन इंसिडेंट कन्ट्रोलर संजय कुदेशिया जो के निर्देशन में पूरी टीम ने आपात योजना के अनुसार संचालन किया। सुरेंद्र सिंह बिष्ट (फायरमैन) ने संबंधित अधिकारियों को यह एक ड्रिल है कहते हुए निरंतर सूचित किया। मॉक ड्रिल के उपरान्त रिव्यु मीटिंग का संचालन संजीव कुमार (मुख्य प्रबंधक अग्नि एवं सुरक्षा) ने किया तथा आये हुए आगंतुको का संयुक्त महाप्रबंधक (उत्पादन) संजय भंडारी जी व संयुक्त महाप्रबंधक (यूरिया) पी0 के0 वर्मा जी ने आभार प्रकट किया।