गोरखपुर: बहुत दिनो से शिक्षको की कमी झेल रहा गोरखपुर एम्स को जल्दी ही नए शिक्षक मिलने वाले है। इसके लिए विभाग ने आवेदन मांगे है। करीब 64 स्थायी शिक्षको की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए है। आवेदन करने की आखिरी तारीख 15 दिसंबर है। पहले इसकी अंतिम डेट 28 नवंबर थी। लेकिन बाद मे इसमे बदलाव करके इसे 15दिसंबर कर दिया गया है। अब जो उम्मीदवार पहले आवेदन नहीं कर पाए थे। वे अब अप्लाई कर सकते है। अब इस भर्ती के पूरे होने के बाद पीजी की कक्षाओ मे बेहतर पढ़ाई हो सकेगी और उसकी गुणवत्ता मे भी बेहतर सुधार होगा।
सबसे बड़ा मुद्दा था शिक्षको की कमी
अपने स्थापना के समय से ही गोरखपुर एम्स शिक्षको की कमी से जूझ रहा था। और उनकी कमी ही सबसे बड़ा मुद्दा था। वैकेंसी तो समय-समय आती थी। पर योग्य उम्मीदवार के न मिलने से यह समस्या जैसे पहले थी वैसे ही अब भी रही। इससे इस समस्या का असर न केवल छात्रों की पढ़ाई पर पड़ा बल्कि मरीजो की मिलने वाली सुविधाए भी प्रभावित हुई।
इस बार बड़ी संख्या मे आ सकते है आवेदन
एम्स प्रशासन का कहना है की इस भर्ती प्रक्रिया को जल्द ही पूरा किया जाएगा। इसके लिए देशभर के डाक्टरों को आकर्षित करने की लिए उन्होने इसके आवेदन की तारीखों मे बदलाव कर इसे बढ़ाकर 15 दिसंबर कर दिया गया है। पिछली बार की भर्ती मे काफी कम आवेदन आए थे। लेकिन इस बार बड़े पैमाने पर भर्ती करने की योजना बनाई गयी है। जिससे बेहतर प्रतिस्पर्धा हो सके और योग्य व अनुभवी डाक्टर मिल सके।
मरीजो को मिलेगी बेहतर सुविधाए
गोरखपुर एम्स मे हर रोज बड़ी संख्या मे मरीज आते है। इसके अलावा अन्य जिलो और पश्चिमी बिहार के कई जिलो से भी मरीज आते है। इस दौरान अगर नए शिक्षको की नियुक्ति होती है। तो इससे एम्स की पढ़ाई भी बेहतर भी होगी और मरीजो को भी एक योग्य और अनुभवी डाक्टर मिलेगा। जिससे उन्हे बेहतर उपचार मिलेगा। एम्स के इस कदम से मरीजो को बहुत ही राहत होगी और एम्स की कार्यक्षमता मे भी बढ़ोतरी होगी। इस तरह एम्स मे ही मरीजो को सभी तरह की सुविधाए मिलने लगेगी और उन्हे भटकना नहीं पाड़ेगा।
15 दिसंबर के बाद नही लिए जाएंगे आवेदन
एम्स जो आवेदन करने की आखिरी तारीख है। वह है 15 दिसंबर है। इसके बाद आवेदान पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे और अब इसकी तारीख को नहीं बढ़ाया जाएगा। एम्स जल्द से जल्द से शिक्षको की नियुक्ति करना चाहता है। और छात्रों को तथा मरीजो को एक बेहतर वातावरण प्रदान करना चाहता है। संस्थान मे आने वाले नए शिक्षक न केवल शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाएँगे बल्कि स्वास्थ्य सेवाओ को भी एक नयी दिशा प्रदान करेंगे। जिससे यह एम्स स्वास्थ्य के क्षेत्र मे एक मिसाल कायम करेगा जिससे दूर दराज से आने वाले मरीजो को बेहतर चिकित्सा सेवाए मिल सकेंगी।