राजस्थान सरकार ने प्लाज्मा चोरी के मामले में जे. के. लोन अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी को पद से हटा दिया है। अधिकारियों द्वारा शुक्रवार को यह जानकारी मिली। अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने मामले की जांच के दौरान डॉ. सत्येन्द्र चौधरी को लापरवाही का दोषी पाया।
अस्पताल के एक लैब तकनीशियन को रविवार को ब्लड बैंक से कथित तौर पर प्लाज्मा चोरी करते हुए पकड़ा गया था, जिसके पश्चात यह कदम उठाया गया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने कहा कि चौधरी को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया और एपीओ (पोस्टिंग ऑर्डर की प्रतीक्षा) के तहत रखा गया है। उन्होंने बताया कि लैब तकनीशियन किशन सहाय कटारिया को भी निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है।