अहरौरा, मिर्जापुर/ अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम विरोध दिवस के अवसर पर बाल श्रम विरोधी अभियान के तहत बाल अधिकार समूह के बच्चों का कारवाँ ( जो बाल श्रम के विरुद्ध)डकही गांव से चलकर बगहिया गांव में सोमवार को पहुंचा । कारवां में शामिल 100 से अधिक बच्चों के साथ युवाओ एवं समुदाय के लोगों ने भाग लिया। बाल अधिकार समूह के लीडर रोहित ने कहा कि बाल श्रम के विरोध में एक सप्ताह से हमलोग अलग अलग गांवों में जागरूकता अभियान चलाये। जिसके तहत हमलोग ने बाल श्रम मुक्त समाज बनाने के लिए सबसे अपील किया गया।
और ग्रामीणों को प्रेरित किया कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजे, उनसे काम न कराए। हम बच्चों का सपना है कि हमारा गाँव ही नहीं हमारा देश भी बाल श्रम से मुक्त हो और हम बच्चों को एक खुशहाल बचपन दे।
बच्चों के इस कारवाँ को बगहिया के ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति को सौप दिया गया ताकि बाल श्रम मुक्त समाज का जो सपना देखे है और मुहिम उठाया है, उसको यह समिति आगे ले जाए।बाल संरक्षण समिति के सदस्य अब्दुल समद ने कहा कि बाल श्रम एक अभिशाप है बाल श्रम से हमारे समाज की ही नहीं देश की प्रतिष्ठा पर सवाल उठता है। बच्चों को एक बाल मैत्री वातावरण देने के लिए हम सभी की जिम्मेदारी है। सरकार द्वारा चलाई जा रही सरकारी योजनाओं को दिलाने मे हमलोग बाल श्रमिक परिवारो या उनके कगार पर जो है उनकी मदद करे। बाल श्रम रोकने की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए अहरौरा अदलहाट के बाजारों में दुकानो पर बाल श्रम मुक्त का स्टिकर लगाया गया, इस अवसर पर नागेन्द, धर्मेन्द, संजय, अंजू बिन्द, स्मृति, ज्ञानवी , सतेन्दर, बविता, जितेन्दर,श्यामबाबु, राजन, शितलेश्वरी, सुमन, ओम प्रकाश इत्यादि लोग सम्मिलित हुए।