स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को राष्ट्र-निर्माण के लिए कार्य करने और मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उन्होंने भारत के आध्यात्मिक संदेश पश्चिम तक फैलाए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आध्यात्मिक गुरु एवं समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद की जयंती पर शुक्रवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और आशा व्यक्त की कि उनकी शिक्षाएं और विचार भावी पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 को हुआ था। मुर्मू ने एक्स पर पोस्ट में लिखा,‘‘ मैं स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। महान आध्यात्मिक गुरु एवं समाज सुधारक स्वामी जी ने भारतीयों को उनकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराने के लिए देश भर में यात्रा की।’’
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को राष्ट्र-निर्माण के लिए कार्य करने और मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उन्होंने भारत के आध्यात्मिक संदेश पश्चिम तक फैलाए। उनकी शिक्षाएं और विचार भावी पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।