तारा अक्षर कार्यक्रम द्वारा स्वयं सहायता समूहों को कार्पेट वीविंग लूम एवं कार्पेट फिनिशिंग मशीन की भेंट

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भदोही! चकवा महावीर मंदिर के प्रांगण में तारा अक्षर
साक्षरता कार्यक्रम के द्वारा उत्पादक स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं का
सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
जिला समाज कल्याण अधिकारी महेंद्र यादव  रहे |
कार्यक्रम में तारा अक्षर के ब्लॉक समन्वयक राजेश कुशवाहा ने बताया कि
तारा अक्षर कार्यक्रम अब तक भदोही ज़िले में 55000 महिलाओं को साक्षर कर
चुका है | तारा अक्षर कार्यक्रम के सम्पन्न होने के पश्चात दो उत्पादक
स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया था, इनमें से एक का नाम ‘तारा अक्षर
उत्पादक स्वयं सहायता समूह’ है जिसमें ग्राम अछ्वर की 12 नवसाक्षर
महिलायें कालीन बुनाई का काम कर रही हैं और दूसरे स्वयं सहायता समूह का
नाम ‘विकास विकल्प उत्पादक स्वयं सहायता समूह’ है जिसमें पीपर गाँव की 12
नवसाक्षर महिलायें कार्पेट फिनिशिंग का काम कर रही हैं |
नवसाक्षर महिलाओं के दोनों स्वयं सहायता समूह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका
मिशन के तहत बनाये गए हैं | दोनों समूह एक दूसरे के साथ मिलकर व्यापार के
उद्देश्य से काम कर रहे हैं जो प्रधानमन्त्री जी के आत्मनिर्भर भारत
बनाने के उद्देश्य को पूरा करने की दिशा में एक अहम पहल है | इनमें अछ्वर
गाँव के समूह की महिलायें कालीन की बुनाई स्वयं अपनी लूम पर तैयार करने
के बाद पीपर गाँव के समूह की महिलाओं को कार्पेट की फिनिशिंग करने के लिए
दे रही हैं, जिससे दोनों समूह की महिलायें आजीविका कर रही हैं |
तारा अक्षर कार्यक्रम के चीफ़ प्रोजेक्ट मैनेजर कर्नल एम. एस. आहलुवालिया
जी ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दो कार्पेट वीविंग लूम, कार्पेट
वीविंग की सामग्री एवं कार्पेट फिनिशिंग मशीन भेंट करने के लिए ब्लॉक
समन्वयक राजेश कुशवाहा को धन्यवाद किया ओर दोनों स्वयं सहायता समूह की
महिलाओं को भविष्य में बेहतर कार्य करने की शुभकामनायें दीं |

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